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सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता बरतने का मामला, ड्रग इंस्पेक्टर ने PMCH पहुंचकर की जांच

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Published : Jun 25, 2020, 11:37 AM IST

धनबाद पीएमसीएच में सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता बरतने को लेकर ड्रग इंस्पेक्टर मामले की जांच करने पीएमसीएच पहुंची. इस सिलसिले में उन्होंने पीएमसीएच के अधीक्षक से मुलाकात की.

Irregularity in purchase of sanitizer in dhanbad
ड्रग इंस्पेक्टर पहुंची PMCH

धनबादः पीएमसीएच में सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता बरती गई है. ऊंचे दामों पर सेनेटाइजर की खरीदारी टेंडर के माध्यम से की गई है. इस मामले की जांच करने ड्रग इंस्पेक्टर पीएमसीएच पहुंची. इस दौरान उन्होंने पीएमसीएच के अधीक्षक से मिलकर पूरे मामले की जांच पड़ताल की और इसके साथ ही सेनेटाइजर का सैंपल भी अपने साथ ले गई.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-चाईबासा में माओवादियों का फरमान, संगठन में हो भर्ती वरना भुगते परिणाम

वहीं, पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि मार्च महीने में टेंडर के माध्यम से सेनेटाइजर की खरीदारी की गई थी, जिसकी जांच करने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर शैल अम्बष्ट पीएमसीएच पहुंची थी. ड्रग इंस्पेक्टर ने अधीक्षक को बताया कि उन्हें शिकायत मिली है कि सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता की शिकायत पाई गई है, जिसकी जांच के लिए वह पीएमसीएच पहुंची हैं.

इस दौरान ड्रग इंस्पेक्टर ने अधीक्षक से टेंडर से संबंधित जानकारियां इकट्ठा की. इसके साथ ही सेनेटाइजर के सैंपल भी उन्होंने ली. अधीक्षक ने बताया कि कोरोना को लेकर मार्च महीने में सेनेटाइजर की खरीदारी के लिए टेंडर किया गया था. उन्होंने बताया कि सेनेटाइजर की उपलब्धता नहीं रहने के कारण उस वक्त अस्पताल के स्टाफ ने काम करने से मना कर दिया था. जिसके कारण आनन-फानन में टेंडर करते हुए लोकल स्तर पर 1 सप्ताह के अंदर यह खरीदारी की गई थी.

बता दें कि तीन एजेंसी टेंडर प्रक्रिया में शामिल हुए थे, जिसमें एलमेड नामक कंपनी को सेनेटाइजर की सप्लाई के लिए आदेश दिया गया था. अधीक्षक ने कहा कि अगर ऊंचे दामों पर एजेंसी अस्पताल में सेनेटाइजर सप्लाई करती है तो ऐसे एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा.

धनबादः पीएमसीएच में सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता बरती गई है. ऊंचे दामों पर सेनेटाइजर की खरीदारी टेंडर के माध्यम से की गई है. इस मामले की जांच करने ड्रग इंस्पेक्टर पीएमसीएच पहुंची. इस दौरान उन्होंने पीएमसीएच के अधीक्षक से मिलकर पूरे मामले की जांच पड़ताल की और इसके साथ ही सेनेटाइजर का सैंपल भी अपने साथ ले गई.

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वहीं, पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि मार्च महीने में टेंडर के माध्यम से सेनेटाइजर की खरीदारी की गई थी, जिसकी जांच करने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर शैल अम्बष्ट पीएमसीएच पहुंची थी. ड्रग इंस्पेक्टर ने अधीक्षक को बताया कि उन्हें शिकायत मिली है कि सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता की शिकायत पाई गई है, जिसकी जांच के लिए वह पीएमसीएच पहुंची हैं.

इस दौरान ड्रग इंस्पेक्टर ने अधीक्षक से टेंडर से संबंधित जानकारियां इकट्ठा की. इसके साथ ही सेनेटाइजर के सैंपल भी उन्होंने ली. अधीक्षक ने बताया कि कोरोना को लेकर मार्च महीने में सेनेटाइजर की खरीदारी के लिए टेंडर किया गया था. उन्होंने बताया कि सेनेटाइजर की उपलब्धता नहीं रहने के कारण उस वक्त अस्पताल के स्टाफ ने काम करने से मना कर दिया था. जिसके कारण आनन-फानन में टेंडर करते हुए लोकल स्तर पर 1 सप्ताह के अंदर यह खरीदारी की गई थी.

बता दें कि तीन एजेंसी टेंडर प्रक्रिया में शामिल हुए थे, जिसमें एलमेड नामक कंपनी को सेनेटाइजर की सप्लाई के लिए आदेश दिया गया था. अधीक्षक ने कहा कि अगर ऊंचे दामों पर एजेंसी अस्पताल में सेनेटाइजर सप्लाई करती है तो ऐसे एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा.

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