धनबाद: जिला के निरसा इलाके में ईसीएल के मुगमा एरिया अंतर्गत राजा कोलियरी स्थित निरसा ओसीपी के खदान में शुक्रवार को कोयला तस्कर और सुरक्षाकर्मी के बीच जमकर झड़प और मारपीट हुई. स्थानीय लोगों के अनुसार घटना में गोली भी चली है, इस बात की अधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं हो पाई है.
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घटना के विषय में बताया जा रहा है कि शुक्रवार को 9 बजे करीब निरसा ओसीपी में सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर खदान के नीचे रखे हुए रेजिंग कोयला को डिपो से ही बोरियों में भरकर ले जा रहे थे, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी खदान पहुंचे और अचानक सैकड़ों की संख्या में कोयला चोरी कर रहे कोयला चोरों से सामना हुआ, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने सबको खदेड़ना शुरू किया. जिससे खदान परिसर में अफरातफरी मच गई. सैकड़ों की संख्या में कोयला तस्कर होने के कारण सुरक्षाकर्मी और कोयला तस्कर के बीच जमकर झड़प हो गई.
जानकारी के अनुसार हर रोज रेजिंग किया हुआ कोयला रखा जाता है. जहां से सैकड़ों की संख्या में चोर सैकड़ों टन कोयला हर रोज उठा ले जाते हैं. चोरी किया कोयला मुख्य रूप से खदान के आसपास संचालित कोयला भट्ठों में खपाया जाता है. जिसकी जानकारी ईसीएल प्रबंधन से लेकर पुलिस प्रशासन तक को है. आसपास के कोयला भट्टा वाले अपने लोगों से बड़े पैमाने पर कोयला चोरी करवाते हैं और अपने भट्टे में लाकर उसे ट्रक के माध्यम से बेचने का काम करते हैं. आलम यह है कि कोयला चोरी करने वाले यह सैकड़ों लोग दिन के उजाले से शुरू कर रात के अंधेरे तक 24 घंटे बदस्तूर अवैध कोयला चोरी जारी रखते हैं और अनुमान के मुताबिक लगभग सैकड़ों टन कोयला हर रोज उक्त खदान से चोरी कर लिया जाता है. इस कोयला चोरी को रोकने में ईसीएल सुरक्षा टीम सहित सीआईएसफ टीम पूरी तरह से असफल साबित होती रही है. ऐसे में खदान परिसर में आखिर कब तक इस तरह की झड़प और खूनी संघर्ष चलता रहेगा और यह कब रूकेगा यह देखने वाली बात है.
फिलहाल घटना के बाद ईसीएल प्रबंधन ने निरसा पुलिस को घटना की जानकारी दे दी है. निरसा सीडीपीओ के अलावा भारी संख्या में पुलिस घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. निरसा सीडीपीओ ने किसी तरह की गोलीबारी की घटना से इनकार किया है.