ETV Bharat / city

आठवें दिन खदान में फंसे एक मजदूर का शव बरामद, मुआवजे के लिए हंगामा, तोड़फोड़ का भी आरोप - धनबाद में मजदूर का शव बरामद होने की खबर

धनबाद में ईसीएल मुगमा क्षेत्र के खुदिया कोलियरी से लापता दो मजदूरों में से एक का शव आठवें दिन बरामद किया गया. खदान में पानी भर जाने के कारण दोनों मजदूर फंस गए थे. बाद में ग्रामीणों और परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा कर दिया.

dead body of worker recovered in dhanbad
हंगामा
author img

By

Published : Dec 16, 2020, 9:45 AM IST

धनबाद: ईसीएल खुदिया कोलियरी में फंसे दो मजदूर में से एक मजदूर को तलाशने में आखिरकार आठवें दिन रेस्क्यू टीम को सफलता मिली. टीम ने शव बाहर निकाल लिया. इधर गुपचुप तरीके से उसका शव ले जाने का विरोध करते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया. आरोप है कि परिजनों ने तोड़फोड़ भी की. परिजनों का आक्रोश देख कर्मी शव छोड़कर भाग खड़े हुए.

देखें पूरी खबर

दरअसल, शव मिलने की खबर पर घटनास्थल के आसपास गहमागहमी शुरू हो गई थी. बीते दिन करीब 2 बजे से ईसीएल मुगमा एरिया महाप्रबंधक बीसी सिंह इंक्लाइन के अंदर गए हुए थे. वे इंक्लाइन से 7 घंटे बाद करीब 9 बजे निकले और सीधे अपनी गाड़ी पर बैठ चले गए. सभी को लगा कि अभी शव निकलने में वक्त लगेगा लेकिन उनके जाने के आधे घंटे बाद ही खुदिया कोलियरी प्रबंधक ने बिजली कट करा दी. इसके बाद खदान में फंसे एक मजदूर माणिक बाउरी का शव एंबुलेंस में रखने लगे. इस बीच जानकारी पर परिजनों ने हंगामा कर दिया. इस पर कर्मचारी शव छोड़कर भाग गए. इसके बाद परिजनों ने प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ये भी पढ़े- अवैध कोयला ढोने पर ट्रक संचालकों को देनी होगी पेनल्टी, डायमंड और गोल्ड माइंस ऑक्शन पर जोर

शव निकलने की सूचना पर निरसा सीओ एमएन मंसूरी, निरसा एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा कोलियरी पहुंचे. जहां उन्होंने मजदूरों के परिजनों और यूनियन के लोगों को समझाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि मजदूरों के परिजनों को जो मिलना है वो तो उन्हें मिलेगा ही लेकिन इसके पहले जो कानूनी प्रक्रिया है उसे पूरा होने दें. अभी तक आपलोगों का भरपूर सहयोग मिला है लेकिन लोग इसे मानने को तैयार नहीं थे. परिजनों की मांग थी कि पहले ईसीएल प्रबंधन मुआवजा तय करे उसके बाद ही शव को कानूनी प्रक्रिया के लिए भेजा जाएगा.

धनबाद: ईसीएल खुदिया कोलियरी में फंसे दो मजदूर में से एक मजदूर को तलाशने में आखिरकार आठवें दिन रेस्क्यू टीम को सफलता मिली. टीम ने शव बाहर निकाल लिया. इधर गुपचुप तरीके से उसका शव ले जाने का विरोध करते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया. आरोप है कि परिजनों ने तोड़फोड़ भी की. परिजनों का आक्रोश देख कर्मी शव छोड़कर भाग खड़े हुए.

देखें पूरी खबर

दरअसल, शव मिलने की खबर पर घटनास्थल के आसपास गहमागहमी शुरू हो गई थी. बीते दिन करीब 2 बजे से ईसीएल मुगमा एरिया महाप्रबंधक बीसी सिंह इंक्लाइन के अंदर गए हुए थे. वे इंक्लाइन से 7 घंटे बाद करीब 9 बजे निकले और सीधे अपनी गाड़ी पर बैठ चले गए. सभी को लगा कि अभी शव निकलने में वक्त लगेगा लेकिन उनके जाने के आधे घंटे बाद ही खुदिया कोलियरी प्रबंधक ने बिजली कट करा दी. इसके बाद खदान में फंसे एक मजदूर माणिक बाउरी का शव एंबुलेंस में रखने लगे. इस बीच जानकारी पर परिजनों ने हंगामा कर दिया. इस पर कर्मचारी शव छोड़कर भाग गए. इसके बाद परिजनों ने प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ये भी पढ़े- अवैध कोयला ढोने पर ट्रक संचालकों को देनी होगी पेनल्टी, डायमंड और गोल्ड माइंस ऑक्शन पर जोर

शव निकलने की सूचना पर निरसा सीओ एमएन मंसूरी, निरसा एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा कोलियरी पहुंचे. जहां उन्होंने मजदूरों के परिजनों और यूनियन के लोगों को समझाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि मजदूरों के परिजनों को जो मिलना है वो तो उन्हें मिलेगा ही लेकिन इसके पहले जो कानूनी प्रक्रिया है उसे पूरा होने दें. अभी तक आपलोगों का भरपूर सहयोग मिला है लेकिन लोग इसे मानने को तैयार नहीं थे. परिजनों की मांग थी कि पहले ईसीएल प्रबंधन मुआवजा तय करे उसके बाद ही शव को कानूनी प्रक्रिया के लिए भेजा जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.