धनबादः उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने प्रखंड चिकित्सा प्रसार पदाधिकारी (एमओआईसी) निरसा, डॉक्टर ईला राय को शॉ-कोज करते हुए 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है. इसके साथ ही अगले आदेश तक के लिए तत्काल प्रभाव से वेतन स्थगित करने का भी आदेश दिया है.
इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि 16 और 17 अगस्त को जिले में आरएटी स्पेशल ड्राइव का आयोजन किया गया था. जिसमें निर्धारित संख्या में कोविड-19 की जांच की जानी थी, लेकिन कोविड-19 कंट्रोल रूम से प्राप्त सूचना के अनुसार स्पेशल ड्राइव में पारा मेडिकल स्टाफ की समय पर उपस्थिति, स्पेशल ड्राइव की प्रगति एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एमओआईसी निरसा से प्रतिवेदन की मांग करने के लिए कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. इसके कारण मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) सेंटर में स्पेशल ड्राइव को शुरू करने में काफी विलंब हुआ और लक्ष्य को प्राप्त करने में भी बाधा उत्पन्न हुई.
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वहीं, आरएटी स्पेशल ड्राइव में एमपीएल सेंटर पर पारा मेडिकल कर्मियों की रिर्पोटिंग टाइम और अनुपस्थिति के संबंध में एमओआईसी निरसा से जानकारी लेने के लिए कंट्रोल रूम ने बार-बार फोन कर उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन एमओआईसी निरसा ने किसी भी फोन कॉल का जवाब नहीं दिया. इस संबंध में जब उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से पूछताछ की तब उन्होंने बताया कि एमओआईसी निरसा की ओर से कोरोना संक्रमण काल में आवश्यक कार्यो के संपादन में आवश्यक सहयोग नहीं किया जाता है.
उपायुक्त ने कहा कि आपदा की वर्तमान स्थिति में एमओआईसी निरसा का यह कृत्य अत्यंत निंदनीय है. इस कर्तव्यहीनता के लिए उनसे अविलंब 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने तथा अगले आदेश तक के लिए तत्काल प्रभाव से उनका वेतन स्थगित करने का आदेश दिया है.