धनबाद: कोयलांचल धनबाद के विभिन्न इलाकों से कई लोगों के फंसे होने की जानकारी मिल रही है.अधिकतर समस्याएं बंगाल बॉर्डर पर देखने को मिल रही है. जहां पर पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से मजदूरों को लाकर झारखंड के बॉर्डर पर छोड़ दिया जा रहा है और वहां लगातार की तरह की समस्या देखने को मिल रही है.
स्टेशन परिसर में गुजर रही रात
पहला मामला धनबाद रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला जहां पर एक युवती 4 दिन पहले एलेप्पी एक्सप्रेस से धनबाद उतरी थी और उसे कोलकाता जाना था. लेकिन गाड़ी नहीं मिलने की वजह से वह नहीं जा पाई. आरपीएफ उसे स्टेशन में घुसने नहीं दे रही है. पुलिस उसे स्टेशन परिसर से बाहर निकलने नहीं दे रही है. उसके पास खाने की भी समस्या उत्पन्न हो गई है.
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पीड़ित ज्योति परेशान
पीड़ित ज्योति ने महिला थाने में जाकर फरियाद भी लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई. आखिर में वह युवती कई रात भिखारियों के साथ सोकर स्टेशन परिसर में ही रहने पर मजबूर हो गई. मामला सोशल मीडिया में आने के बाद सूबे के मुखिया ने इस मामले को संज्ञान में लिया और धनबाद उपायुक्त को उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया है. हालांकि बाद में युवती की जांच की गई है और जांच में किसी तरह की बीमारी सामने नहीं आई है.
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प्रशासन से उचित उपाय करने की गुहार
वहीं, दूसरा मामला झारखंड बंगाल बॉर्डर स्थित मैथन थाना क्षेत्र का है. जहां पर बीती रात लगभग 100 की संख्या से अधिक मजदूर झारखंड में प्रवेश कर गए. मजदूरों का कहना है कि हावड़ा से बस में लाकर उन्हें झारखंड बॉर्डर पर छोड़ दिया गया. ये मजदूर दूसरे राज्यों के हैं. अब यह पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई है. उन मजदूरों का कहना है कि न उनके पास खाने के लिए पैसा है और न ही कहीं जाने का दूसरा साधन. ऐसे में वे लोग मजबूरन थाने के सामने ही बैठे हुए हैं. इस तरह की स्थिति जिले के सभी इलाकों से मिल रही है. मजदूरों ने प्रशासन से उचित उपाय करने की गुहार लगाई है.