धनबाद: अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के तहत शिकायतवाद दायर किया गया है. उनके आजादी और गांधीजी पर दिए विवादित बयान के बाद धनबाद कोर्ट में शिकायतवाद दायर की गई है. शिकायतवाद में कंगना के बयान को देशद्रोही और भारत को नीचा दिखाने वाला बताया गया है. सामाजिक कार्यकर्ता इजहार अहमद उर्फ बिहारी ने अपने शिकायतवाद में कोर्ट से फिल्म अभिनेत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आदेश देने की मांग की है. इस मामले की सुनवाई 20 नवंबर को होगी.
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बयान से पहुंचा आघात
सामाजिक कार्यकर्ता इजहार अहमद ने कहा कि कंगना के बयान से उनको आघात पहुंचा है क्योंकि यह भारत को नीचा दिखाने वाला बयान है. सभी को मालूम है देश को आजादी कब मिली और कैसे मिली. उन्होने बताया कि पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने से इंकार के बाद वे कोर्ट पहुंचे हैं. उन्होंने कोर्ट से कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आदेश देने की मांग की है.
कंगना ने क्या दिया था बयान
बता दें कि कंगना रनौत ने अपने एक बयान में कहा था कि 'देश को आजादी 2014 के बाद मिली है उससे पहले मिली आजादी एक भीख थी' इस बयान का पूरे देश में विरोध हो रहा है. अब इसी बयान को लेकर धनबाद कोर्ट में भी शिकायतवाद दायर किया गया है.
पद्मश्री वापस लेने की मांग
कंगना के बयान के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल (DCW Chairman Swati Maliwal) ने देश के माननीय राष्ट्रपति को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को दिए गए पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) को वापस लिए जाने की मांग की है. साथ ही उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाए जाने की अपील की है.
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