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कोरोना इफेक्टः धनबाद के डेकोरेटर व्यवसायियों पर आर्थिक संकट गहराया, सरकार से लगाई मदद की गुहार

बुधवार को धनबाद जिला डेकोरेटर एसोसिएशन के बैनर तले डेकोरेटर का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों ने मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के समक्ष अपने मांगों को रखा. संघ ने सरकार से शादी-विवाह में लोगों की संख्या बढ़ाने की अनुमति देने की मांग की है.

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डेकोरेटर व्यवसाइयों ने बनाई मानव श्रृंखला
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Published : Sep 23, 2020, 5:27 PM IST

धनबाद: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण धनबाद में डेकोरेटर का व्यवसाय करने वाले लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बुधवार को धनबाद जिला डेकोरेटर एसोसिएशन के बैनर तले डेकोरेटर का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों ने मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के समक्ष अपने मांगों को रखा.

देखें पूरी खबर


धनबाद जिला डेकोरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे झारखंड में लगभग 20 लाख लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, उनके सामने अब भुखमरी की स्थिति आ गई है. उन्होंने कहा कि शादी विवाह के न होने से सिर्फ डेकोरेटर व्वयसाय ही नहीं बल्कि ज्वेलरी, कपड़ा, बर्तन, राशन आदि सभी व्यवसाय को नुकसान पहुंचा है, क्योंकि शादी विवाह के कारण ही सभी व्यवसाय में रौनक रहती है.

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल दिया जाता है जो 1 सप्ताह तक भी नहीं चलता. लगभग 7 महीनों से व्यवसाय चौपट है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा शादी विवाह में 100 लोगों की अनुमति दी गई है, लेकिन झारखंड में मात्र 50 लोगों को ही शादी विवाह में शामिल होने की अनुमति है. उन्होंने कहा कि हमारी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कम से कम 300 लोगों को शादी विवाह में शामिल होने का आदेश दें, ताकि डेकोरेटर व्यवसाय से जुड़े लोग भुखमरी की समस्या से उबर सके.

ये भी पढ़ें- सरकारें बदलती रही, नहीं सुधरी जनजातीय शोध संस्थान की स्थिति, आदिवासी समाज में मायूसी

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि पूरा लग्न कोरोना की भेंट चढ़ चुका है. नवंबर और दिसंबर में इस साल के बचे हुए कुछ लग्न जरूर हैं अगर सरकार ध्यान देती है तो नवंबर और दिसंबर में शादी विवाह का कार्यक्रम हो सकता है. ऐसे में उचित पहल सरकार को करनी चाहिए ताकि सभी व्यवसाय को इसका लाभ मिल सके.

धनबाद: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण धनबाद में डेकोरेटर का व्यवसाय करने वाले लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बुधवार को धनबाद जिला डेकोरेटर एसोसिएशन के बैनर तले डेकोरेटर का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों ने मानव श्रृंखला बनाकर सरकार के समक्ष अपने मांगों को रखा.

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धनबाद जिला डेकोरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे झारखंड में लगभग 20 लाख लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, उनके सामने अब भुखमरी की स्थिति आ गई है. उन्होंने कहा कि शादी विवाह के न होने से सिर्फ डेकोरेटर व्वयसाय ही नहीं बल्कि ज्वेलरी, कपड़ा, बर्तन, राशन आदि सभी व्यवसाय को नुकसान पहुंचा है, क्योंकि शादी विवाह के कारण ही सभी व्यवसाय में रौनक रहती है.

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल दिया जाता है जो 1 सप्ताह तक भी नहीं चलता. लगभग 7 महीनों से व्यवसाय चौपट है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा शादी विवाह में 100 लोगों की अनुमति दी गई है, लेकिन झारखंड में मात्र 50 लोगों को ही शादी विवाह में शामिल होने की अनुमति है. उन्होंने कहा कि हमारी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कम से कम 300 लोगों को शादी विवाह में शामिल होने का आदेश दें, ताकि डेकोरेटर व्यवसाय से जुड़े लोग भुखमरी की समस्या से उबर सके.

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एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि पूरा लग्न कोरोना की भेंट चढ़ चुका है. नवंबर और दिसंबर में इस साल के बचे हुए कुछ लग्न जरूर हैं अगर सरकार ध्यान देती है तो नवंबर और दिसंबर में शादी विवाह का कार्यक्रम हो सकता है. ऐसे में उचित पहल सरकार को करनी चाहिए ताकि सभी व्यवसाय को इसका लाभ मिल सके.

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