धनबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक आयुष्मान भारत योजना का हाल धनबाद में बेहाल है. क्योंकि यहां पर आए दिन अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के तहत मरीजों के इलाज में लापरवाही देखने को मिल रही है. ताजा मामला सरायढेला थाना क्षेत्र के कार्मिक नगर के जिम्स अस्पताल का है जहां दो दिनों से एडमिट मरीज को आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद उसका ऑपरेशन टाल दिया गया.
अस्पताल प्रबंधन ने झाड़ा आयुष्मान कार्ड से पल्ला
बता दें कि स्वरूप कुमार दास नाम के एक व्यक्ति का दो दिन पहले सड़क दुर्घटना निरसा में सड़क दुर्घटना के दौरान हाथ टूट गया था. जिसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. पहले डॉक्टर ने सफलतापूर्वक इलाज करने की बात कही और दो घंटे के अंदर ऑपरेशन करने की बात भी कही. लेकिन जैसे ही परिजनों ने आयुष्मान कार्ड होने की बात कही तो डॉक्टर ने बताया कि इमरजेंसी केस में आयुष्मान कार्ड काम नहीं देता है.
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ऑपरेशन के लिए मांगे रुपये
इस ऑपरेशन में पूरे 40 हजार खर्च हैं और तुरंत ही एडवांस के रूप में 10 हजार जमा करना होगा तभी ऑपरेशन किया जाएगा. उसके बाद दो दिनों तक अस्पताल में रखने के बाद भी उसका ऑपरेशन किया गया सिर्फ बैंडेज पट्टी करके ही मरीज को अस्पताल में रखा गया है. ऐसे में परिजनों को मरीज के साथ किसी प्रकार की अनहोनी हो जाने की शंका भी सता रही है.
उपायुक्त ने दिया जांच का आश्वासन
जब मामले की जानकारी ईटीवी भारत को मिली तो संवाददाता अस्पताल पहुंचे. यहां पहुंचने पर ईटीवी भारत के संवादाता के साथ बदसलूकी भी की गई. ऐसे में आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि भोली-भाली जनता जो आयुष्मान कार्ड लेकर अस्पतालों का चक्कर काटते हैं उनके साथ डॉक्टर किस तरह से पेश आते होंगे. हालांकि पूरे घटना की जानकारी धनबाद उपायुक्त अमित कुमार को फोन के द्वारा दे दी गई है और उपायुक्त अमित कुमार ने जांच कराने का आश्वासन भी दिया है.