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विधानसभा चुनाव 2019: टुंडी सीट से आजसू विधायक राज किशोर महतो का रिपोर्ट कार्ड

टुंडी विधानसभा सीट पर झामुमो के मथूरा महतो दो बार विधायक रहे थे, इस दौरान उन्होंने मंत्री पद भी संभाला. साल 2014 में बीजपी और आजसू के गठबंधन के बाद टुंडी विधानसभा सीट आजसू के खाते में गई और वहां से राज किशोर महतो विधायक बने. विधायक का कहना है कि उन्होंने अपने क्षेत्र के कई समस्याओं को सुलझाया है.

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Published : Oct 14, 2019, 7:57 PM IST

आजसू विधायक राज किशोर महतो

धनबादः टुंडी विधानसभा क्षेत्र के आजसू विधायक राज किशोर महतो का दावा हैं कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं. इस क्षेत्र में सड़क बिजली और पानी के लिए उनके द्वारा कई कार्य किए जा रहें हैं. वहीं विपक्ष के नेता उनके इन दावों को झूठ बताते हुए कहते हैं कि वे कभी एक क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ते, चुनाव जीतने के बाद ये फिर दूसरे स्थान से चुनाव लड़ते हैं. वहीं बिनोद बाबू के पुत्र होने के कारण लोगों की सहानुभूति राज किशोर महतो के साथ है.

देखें पूरी खबर

1952 के चुनाव के लिए निरसा सह टुंडी विधानसभा का गठन किया गया था. वर्तमान में टुंडी और निरसा दोनों अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र है. पहले टुंडी सह निरसा नाम से एक ही सीट थी. इस एक सीट से दो विधायक चुने जाते थे. 1952 में हुए चुनाव में कांग्रेस के रामनारायण शर्मा और टीकाराम मांझी को जीत मिली थी. 1952 के चुनाव के बाद निरसा सह टुंडी विधानसभा का अस्तित्व समाप्त हो गया. 1977 में टुंडी विधानसभा के नाम से यह सीट नोटिफाइड माना गया है.

मथुरा महतो दो बार रहे विधायक
टुंडी विधानसभा सीट धनबाद जिले में जरूर है, लेकिन यह गिरिडीह लोकसभा में शामिल हैं. टुंडी विधानसभा नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. यहां के कुछ इलाकों में हाथियों का तांडव अक्सर देखने को मिलता है. हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में अकसर दहशत का माहौल बना रहता है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के मथुरा महतो यहां से दो बार विधायक रहे. जिसमें एक बार वो मंत्री भी रह चुके हैं.

2014 में आजसू के खाते में गई सीट
2014 के चुनाव में बीजेपी और आजसू के गठबंधन में टुंडी विधानसभा सीट आजसू के खाते में गई और राजकिशोर महतो आजसू से यहां विधायक चुने गए. 2009 में राज किशोर महतो सिंदरी विधानसभा से बीजेपी के विधायक चुने गए थे. इसके पूर्व वो गिरिडीह के सांसद भी रह चुके हैं. राज किशोर महतो की पहचान झारखंड के मसीहा कहे जाने वाले स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो के पुत्र के रूप में है.

विधायक का दावा
अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजनेवाली है, ऐसे में टुंडी विधायक राज किशोर महतो का कहना है कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं. पानी और शिक्षा पर उन्होंने विशेष ध्यान दिए हैं. पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण डायरिया जैसी संक्रमित बीमारियों का प्रकोप हमेशा बना रहता था. लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके इसके कई कार्य कर रहें हैं.

विधायक ने गिनाई अपनी उपलब्धियां
इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में इंटर और डिग्री कॉलेज दूर दूर तक नहीं था. विधानसभा से उन्होंने डिग्री कॉलेज और वुमेन्स पॉलीटेक्निक कॉलेज की स्वीकृति सरकार से दिलाई है. विधायक ने कहा कि डिग्री कॉलेज के लिए दस एकड़ जमीन की बाध्यता थी. विधानसभा में आवाज उठाने के बाद यह 5 एकड़ जमीन पर आयी है. एकलव्य विद्यालय का शिलान्यास विधायक के द्वारा किया गया है. जो करीब 21 एकड़ में बनने जा रहा है. जिसमें स्टेडियम सहित सभी तरह की सुविधाएं मौजूद रहेंगी. वहीं 450 छात्र छात्राओं के लिए होस्टल और निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है. 15 करोड़ की लागत से सिर्फ भवन का निर्माण किया जाएगा, लेकिन इसे पूरा होने में करीब 60 करोड़ की लागत आएगी. टुंडी के लोगों को शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.

पानी के लिए अरबो रुपए खर्च किए जा रहे
टुंडी में स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए अरबों रुपए की योजना पर काम चल रहा है. बराकर नदी से पानी के उठाव के लिए मेघा योजना पर काम किया जा रहा है. पूरे टुंडी को पाइप के जरिए जोड़ा जाएगा. टुंडी के विभिन्न स्थानों पर जल मीनार का काम चल रहा है. इन जल मिनारों से पानी की आपूर्ति टुंडी में की जाएगी. आवागमन के लिए पुल का निर्माण कराया जा रहा है. आवागमन बेहतर हो सके इसके लिए पूरी टुंडी में सड़कों का बहुत से स्थानों पर निर्माण कार्य हो चुका है और कई स्थानों पर निर्माण कार्य अभी जारी है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: चाईबासा विधानसभा क्षेत्र की जनता का मेनिफेस्टो

विपक्ष ने कहा नहीं टिकते हैं एक जगह
विधायक के इन दावों से हटकर विपक्ष की झारखंड विकास मोर्चा पार्टी के जिला अध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा कहते हैं कि वर्तमान विधायक राज किशोर महतो पूर्व में भी गिरिडीह लोकसभा से सांसद रह चुके हैं. इसके साथ ही सिंदरी के विधायक भी रह चुके हैं. इनकी खूबी यह है कि एक स्थान से यह दूसरी बार चुनाव नहीं लड़ते हैं. गिरिडीह में हारने की स्थिति बनी तो ये सिंदरी विधानसभा चुनाव लड़े. बिनोद बिहारी महतो के पुत्र होने के नाते लोगों की सहानुभूति इन्हें मिलती है. उन्होंने कहा कि विधायक के द्वारा कोई भी विकास का कार्य क्षेत्र में नहीं किया गया है.

जनता जनार्दन की प्रतिक्रिया
टुंडी विधायक द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जब हमने आम जनता से जानना चाहा तो लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी. कुछ लोगों ने उनके कार्यों को सराहा तो कुछ ने कहा कि विधायक जी तो क्षेत्र में आते ही नहीं है. आम लोगों ने उन्हें दस में से 4.5 नंबर दिए हैं. टुंडी विधानसभा की जनता विधायक राज किशोर महतो के कार्यों से कुछ संतुष्ट नजर आए तो, कुछ असंतुष्ट अब देखना यह है कि इस चुनाव में उन्हें जनता स्वीकार करती है या अस्वीकार.

धनबादः टुंडी विधानसभा क्षेत्र के आजसू विधायक राज किशोर महतो का दावा हैं कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं. इस क्षेत्र में सड़क बिजली और पानी के लिए उनके द्वारा कई कार्य किए जा रहें हैं. वहीं विपक्ष के नेता उनके इन दावों को झूठ बताते हुए कहते हैं कि वे कभी एक क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ते, चुनाव जीतने के बाद ये फिर दूसरे स्थान से चुनाव लड़ते हैं. वहीं बिनोद बाबू के पुत्र होने के कारण लोगों की सहानुभूति राज किशोर महतो के साथ है.

देखें पूरी खबर

1952 के चुनाव के लिए निरसा सह टुंडी विधानसभा का गठन किया गया था. वर्तमान में टुंडी और निरसा दोनों अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र है. पहले टुंडी सह निरसा नाम से एक ही सीट थी. इस एक सीट से दो विधायक चुने जाते थे. 1952 में हुए चुनाव में कांग्रेस के रामनारायण शर्मा और टीकाराम मांझी को जीत मिली थी. 1952 के चुनाव के बाद निरसा सह टुंडी विधानसभा का अस्तित्व समाप्त हो गया. 1977 में टुंडी विधानसभा के नाम से यह सीट नोटिफाइड माना गया है.

मथुरा महतो दो बार रहे विधायक
टुंडी विधानसभा सीट धनबाद जिले में जरूर है, लेकिन यह गिरिडीह लोकसभा में शामिल हैं. टुंडी विधानसभा नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. यहां के कुछ इलाकों में हाथियों का तांडव अक्सर देखने को मिलता है. हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में अकसर दहशत का माहौल बना रहता है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के मथुरा महतो यहां से दो बार विधायक रहे. जिसमें एक बार वो मंत्री भी रह चुके हैं.

2014 में आजसू के खाते में गई सीट
2014 के चुनाव में बीजेपी और आजसू के गठबंधन में टुंडी विधानसभा सीट आजसू के खाते में गई और राजकिशोर महतो आजसू से यहां विधायक चुने गए. 2009 में राज किशोर महतो सिंदरी विधानसभा से बीजेपी के विधायक चुने गए थे. इसके पूर्व वो गिरिडीह के सांसद भी रह चुके हैं. राज किशोर महतो की पहचान झारखंड के मसीहा कहे जाने वाले स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो के पुत्र के रूप में है.

विधायक का दावा
अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजनेवाली है, ऐसे में टुंडी विधायक राज किशोर महतो का कहना है कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं. पानी और शिक्षा पर उन्होंने विशेष ध्यान दिए हैं. पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण डायरिया जैसी संक्रमित बीमारियों का प्रकोप हमेशा बना रहता था. लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके इसके कई कार्य कर रहें हैं.

विधायक ने गिनाई अपनी उपलब्धियां
इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में इंटर और डिग्री कॉलेज दूर दूर तक नहीं था. विधानसभा से उन्होंने डिग्री कॉलेज और वुमेन्स पॉलीटेक्निक कॉलेज की स्वीकृति सरकार से दिलाई है. विधायक ने कहा कि डिग्री कॉलेज के लिए दस एकड़ जमीन की बाध्यता थी. विधानसभा में आवाज उठाने के बाद यह 5 एकड़ जमीन पर आयी है. एकलव्य विद्यालय का शिलान्यास विधायक के द्वारा किया गया है. जो करीब 21 एकड़ में बनने जा रहा है. जिसमें स्टेडियम सहित सभी तरह की सुविधाएं मौजूद रहेंगी. वहीं 450 छात्र छात्राओं के लिए होस्टल और निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है. 15 करोड़ की लागत से सिर्फ भवन का निर्माण किया जाएगा, लेकिन इसे पूरा होने में करीब 60 करोड़ की लागत आएगी. टुंडी के लोगों को शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.

पानी के लिए अरबो रुपए खर्च किए जा रहे
टुंडी में स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए अरबों रुपए की योजना पर काम चल रहा है. बराकर नदी से पानी के उठाव के लिए मेघा योजना पर काम किया जा रहा है. पूरे टुंडी को पाइप के जरिए जोड़ा जाएगा. टुंडी के विभिन्न स्थानों पर जल मीनार का काम चल रहा है. इन जल मिनारों से पानी की आपूर्ति टुंडी में की जाएगी. आवागमन के लिए पुल का निर्माण कराया जा रहा है. आवागमन बेहतर हो सके इसके लिए पूरी टुंडी में सड़कों का बहुत से स्थानों पर निर्माण कार्य हो चुका है और कई स्थानों पर निर्माण कार्य अभी जारी है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: चाईबासा विधानसभा क्षेत्र की जनता का मेनिफेस्टो

विपक्ष ने कहा नहीं टिकते हैं एक जगह
विधायक के इन दावों से हटकर विपक्ष की झारखंड विकास मोर्चा पार्टी के जिला अध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा कहते हैं कि वर्तमान विधायक राज किशोर महतो पूर्व में भी गिरिडीह लोकसभा से सांसद रह चुके हैं. इसके साथ ही सिंदरी के विधायक भी रह चुके हैं. इनकी खूबी यह है कि एक स्थान से यह दूसरी बार चुनाव नहीं लड़ते हैं. गिरिडीह में हारने की स्थिति बनी तो ये सिंदरी विधानसभा चुनाव लड़े. बिनोद बिहारी महतो के पुत्र होने के नाते लोगों की सहानुभूति इन्हें मिलती है. उन्होंने कहा कि विधायक के द्वारा कोई भी विकास का कार्य क्षेत्र में नहीं किया गया है.

जनता जनार्दन की प्रतिक्रिया
टुंडी विधायक द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जब हमने आम जनता से जानना चाहा तो लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी. कुछ लोगों ने उनके कार्यों को सराहा तो कुछ ने कहा कि विधायक जी तो क्षेत्र में आते ही नहीं है. आम लोगों ने उन्हें दस में से 4.5 नंबर दिए हैं. टुंडी विधानसभा की जनता विधायक राज किशोर महतो के कार्यों से कुछ संतुष्ट नजर आए तो, कुछ असंतुष्ट अब देखना यह है कि इस चुनाव में उन्हें जनता स्वीकार करती है या अस्वीकार.

Intro:टुंडी विधानसभा क्षेत्र के विधायक राज किशोर महतो दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं।इस क्षेत्र में सड़क बिजली और पानी के लिए उनके द्वारा कई कार्य किए जा रहें हैं। वहीं विपक्ष के नेता उनके इन दावों को झूठ बताते हुए कहते हैं कि वे कभी एक क्षेत्र से चुनाव नही लड़ते।चुनाव जीतने के बाद ये फिर दूसरे स्थान से चुनाव लड़ते हैं।बिनोद बाबू के पुत्र होने के कारण लोगों की सहानुभूति राज किशोर महतो के साथ है।





Body:VO 01:-1952 के चुनाव के लिए निरसा सह टुंडी विधानसभा का गठन किया गया था।वर्तमान में टुंडी और निरसा दोनो अलग अलग विस क्षेत्र है।पहले टुंडी सह निरसा नाम से एक ही सीट थी।इस एक सीट से दो विधायक चुने जाते थे।1952 में हुए चुनाव में कांग्रेस के रामनारायण शर्मा और टीकाराम मांझी को जीत मिली थी।1952 के चुनाव के बाद निरसा सह टुंडी विधानसभा का अस्तित्व समाप्त हो गया।1977 में टुंडी विधानसभा के नाम से यह सीट नोटिफाइड माना गया।

टुंडी विधानसभा सीट धनबाद जिले में जरूर है लेकिन यह गिरिडीह लोकसभा में शामिल हैं।टुंडी विस नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है।यहां के कुछ इलाकों में हांथियों का तांडव अक्सर देखने को मिलता है।हांथियों के आतंक से ग्रामीणों में अक्सर दहशत का माहौल बना रहता है।झारखंड मुक्ति मोर्चा के मथुरा महतो यहां से दो बार विधायक रहे।जिसमे एक बार वो मंत्री भी रह चुके हैं।2014 के चुनाव में बीजेपी और आजसू के गठबंधन में टुंडी विधानसभा सीट आजसू के खाते में गई और राजकिशोर महतो आजसू से यहां विधायक चुने गए।2009 में राज किशोर महतो सिंदरी विधानसभा से बीजेपी के विधायक चुने गए थे।इसके पूर्व वो गिरिडीह के सांसद भी रह चुके हैं।राज किशोर महतो की पहचान झारखंड के मसीहा कहे जाने वाले स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो के पुत्र के रूप में है।

अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजनेवाले है।ऐसे में टुंडी विधायक राज किशोर महतो का कहना है कि उन्होंने अपने विस क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं।पानी और शिक्षा पर उन्होंने विशेष ध्यान दिए हैं।पानी की उचित व्यवस्था नही होने के कारण डायरिया जैसी संक्रमित बीमारियों का प्रकोप हमेशा बना रहता था।लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके इसके कई कार्य कर रहें हैं।साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में इंटर और डिग्री कॉलेज दूर दूर तक नही था।विधानसभा से उन्होंने डिग्री कॉलेज और वुमेन्स पॉलीटेक्निक कॉलेज की स्वीकृति सरकार से दिलाई है।विधायक ने कहा कि डिग्री कॉलेज के लिए दस एकड़ जमीन की बाध्यता थी।विधानसभा में आवाज उठाने के बाद यह 5 एकड़ जमीन पर आयी है।एकलव्य विद्यालय का शिलान्यास विधायक के द्वारा किया गया है।जो करीब 21 एकड़ में बनने जा रहा है।जिसमें स्टेडियम सहित सभी तरह की सुविधाएं मौजूद रहेंगी।जिसमे 450 छात्र छात्राओं के लिए होस्टल और निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई है।15 करोड़ की लागत से सिर्फ भवन का निर्माण किया जाएगा।लेकिन इसे पूरा होने में करीब 60 करोड़ की लागत आएगी।टुंडी के लोगों को शिक्षा के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा।

टुंडी में स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए अरबों रुपए की योजना पर काम चल रहा है।बराकर नदी से पानी के उठाव के लिए मेघा योजना पर काम किया जा रहा है।पूरे टुंडी को पाइप के जरिए जोड़ा जाएगा।टुंडी के विभिन्न स्थानों पर जल मीनार का काम चल रहा है।इन जल मिनारों से पानी की आपूर्ति टुंडी में की जाएगी।आवागमन के लिए पुल का निर्माण कराया जा रहा है।आवागमन बेहतर हो सके इसके लिए पूरी टुंडी में सड़कों का बहुत से स्थानों पर निर्माण कार्य हो चुका है और कई स्थानों पर निर्माण कार्य अभी जारी है।

VO 02:-विधायक के इन दावों से हटकर विपक्ष की झारखंड विकास मोर्चा पार्टी के जिला अध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा कहते हैं कि वर्तमान विधायक राज किशोर महतो पूर्व में भी गिरिडीह लोकसभा से सांसद रह चुके हैं।साथ ही सिंदरी के विधायक भी रह चुके हैं।इनकी खूबी यह है कि एक स्थान से यह दूसरी बार चुनाव नही लड़ते हैं।गिरिडीह में हारने की स्थिति बनी तो ये सिंदरी विधानसभा चुनाव लड़े।बिनोद बिहारी महतो के पुत्र होने के नाते लोगों की सहानुभूति इन्हें मिलती है।उन्होंने कहा कि विधायक के द्वारा कोई भी विकास का कार्य क्षेत्र में नही किया गया है।

BYTE 01:-GYAN RANJAN SINHA,JILA ADHYAKSH,JVM

VO 03:-टुंडी विधायक द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जब हमने आम जनता से जानना चाहा तो लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी।कुछ लोगों ने उनके कार्यों को सराहा तो कुछ ने कहा कि विधायक जी तो क्षेत्र में आते ही नही है।आम लोगों ने उन्हें दस में से 4.5 नंबर दिए हैं।

BYTE 02:-KALI CHARAN MAHTO,STGANIYA
BYTE 03:-SUDHIR, STHANIYA
BYTE 04:-VIJAY KUMAR,STHANIYA
BYTE 04:-SHAKTI NARAYAN CHAUDHARY, STHANIYA



Conclusion:टुंडी विधानसभा की जनता विधायक राज किशोर महतो के कार्यों से कुछ संतुष्ट नजर आए तो कुछ असंतुष्ट अब देखना यह है कि इस चुनाव में उन्हें जनता स्वीकार करती है या अस्वीकार।


नरेंद्र कुमार, ईटीवी भारत, धनबाद

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