धनबाद: कोयलांचल धनबाद में कृषि बाजार प्रांगण समिति को बज्रगृह बनाया गया है. जिसकी वजह से धनबाद में व्यापारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. चुनाव के पहले से ही बाजार समिति बंद है जिसकी वजह से अब खाद्य सामग्री के दाम भी बढ़ चुके हैं. जिसकी वजह से व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता को भी अब भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव से ही बाजार समिति में बज्रगृह बनाया जा रहा है, हालांकि लोकसभा के चुनाव में मात्र 2 दिन व्यापारियों को परेशानी हुई थी लेकिन इस बार व्यापारियों की परेशानी आठ दिन से ज्यदा खिंच गया है. मतगणना के बाद 24 तारीख से बाजार समिति का प्रांगण व्यापारियों को दिया जाएगा. जिसके कारण व्यापारियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. प्रतिदिन लगभग करोड़ों का व्यापार प्रभावित हो रहा है. इतने दिनों से बाजार समिति बंद रहने के कारण अब खाद्य सामग्री के दाम भी बढ़ गए हैं और आम लोगों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
बाजार समिति को किया गया बंद
बता दें कि बाजार समिति में 400 से अधिक दुकानें हैं जो 14 दिसंबर से ही बंद पड़ी हुई है. व्यापारियों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने सिर्फ मौखिक रूप से आदेश देकर बाजार समिति को बंद कर दिया है. वैकल्पिक रास्ता की भी मांग की गई लेकिन जिला प्रशासन ने वैकल्पिक रास्ता की मांग सुरक्षा कारणों से ठुकरा दी है. ऐसे में दुकानों में बंद कच्चे सामान नष्ट हो गए हैं.
व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि यहां पर सभी पार्टियों के टेंट लग रहे हैं और प्रतिदिन यहां पर जनप्रतिनिधि के साथ-साथ चुनाव में जितने भी प्रत्याशी खड़े थे सभी आ रहे हैं लेकिन व्यापारियों की सुध लेने के लिए कोई नहीं आ रहा. व्यापारियों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह जिला प्रशासन की सबसे बड़ी चूक है. क्योंकि, अन्य जगहों में भी बाजार समिति को ही वज्रगृह बनाया गया है लेकिन उसके बावजूद भी वहां पर व्यवसायियों को कोई परेशानी नहीं हो रही है तो फिर धनबाद में ही ऐसा क्यों हो रहा है.
व्यापारियों को दी गई सूचना
हालांकि इन सभी आरोपों के वावजूद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह धनबाद उपायुक्त अमित कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि पूर्व में ही यहां के व्यापारियों को सूचना दे दी गई थी. उसके बावजूद भी अगर जरूरी कागजात और सामान यहां बंद है तो व्यापारियों को सहूलियत देते हुए पूरी सुरक्षा के बीच उन्हें अपने सामान और कागजात को निकालने भी दिया जा रहा है. उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से व्यापारियों से अपील की है कि अगर उनके कुछ जरूरी कागजात या समान है तो वह इन चीजों को निकाल भी सकते हैं.
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डीसी ने ईटीवी भारत के माध्यम से अपील की
धनबाद उपायुक्त ने कहा कि चुनाव के समय में जिला प्रशासन की सबसे पहली जिम्मेदारी सुरक्षित तरीके से मतदान और मतगणना कराने की होती है. इसी के तहत सुरक्षा कारणों से वैकल्पिक रास्ता भी यहां के व्यापारियों को नहीं दिया गया है. जिला प्रशासन का यह कभी भी उद्देश्य नहीं है कि व्यापारियों को परेशान किया जाए उन्होंने व्यापारियों से लोकतंत्र के इस महापर्व में सहयोग करने की भी अपील की है.