धनबाद: बहुचर्चित नीरज सिंह हत्या मामले में जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह को दुमका जेल से धनबाद जेल में शिफ्ट किया गया है. 21 फरवरी 2021 को धनबाद जेल से संजीव को दुमका जेल में शिफ्ट किया गया था. संजीव के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 सप्ताह के अंदर कोर्ट ने संजीव को धनबाद जेल में शिफ्ट करने का आदेश जारी किया था. इसके बाद उन्हें दुमका से धनबाद जेल में शिफ्ट किया गया है.
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हाई कोर्ट ने दिया था आदेश
बता दें कि झारखंड हाई कोर्ट ने संजीव सिंह को दुमका से धनबाद जेल वापस लाने का आदेश दिया था. जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने दो सप्ताह में निचली अदालत के आदेश का अनुपालन करने का आदेश दिया था. निचली अदालत ने संजीव सिंह को दुमका से धनबाद जेल वापस लाने का आदेश दिया था. इस मामले में अदालत ने दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी होने के बाद पांच जुलाई को फैसला सुरक्षित रख लिया था. पिछले दिनों अदालत ने संजीव सिंह को दुमका से धनबाद जेल वापस लाने का निर्देश दिया था.
पूर्व में सुनवाई के दौरान अधिवक्ता चंचल चैन ने अदालत को बताया था कि विचाराधीन कैदी को किसी दूसरी जेल में भेजने से पहले संबंधित निचली अदालत से अनुमति लेना अनिवार्य है. लेकिन इस मामले में बिना निचली अदालत की अनुमति के ही संजीव सिंह को धनबाद से दुमका जेल भेज दिया गया. संजीव को दुमका भेजने के बाद सरकार की ओर से निचली अदालत से अनुमति मांगी गई, लेकिन कोर्ट ने उनके आवेदन को खारिज कर संजीव सिंह को वापस धनबाद जेल लाने का आदेश दिया था. इसके बाद भी संजीव सिंह को दुमका जेल में ही रखा गया था.
5 महीने पहले भेजा गया था दुमका सेंट्रल जेल
5 महीने पहले संजीव सिंह को धनबाद से दुमका सेंट्रल जेल भेज दिया गया था. जेल प्रशासन ने धनबाद जेल में संजीव की जान को खतरा बताते हुए दुमका सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया था. हालांकि, समर्थकों का आरोप था कि यह सब झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के दबाव में किया गया है. पूर्णिमा अपने पति नीरज की हत्या का बदला ले रही हैं.
क्या है पूरा मामला ?
मार्च 2017 में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत 5 लोगों की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में पूर्व विधायक संजीव सिंह को भी आरोपी बनाया गया है. नीरज संजीव सिंह का चचेरा भाई था. आपसी रंजिश के चलते नीरज की गोली मारकर हत्या की गई थी.