धनबाद: जिलें के महुदा थाना क्षेत्र के गवालाडीह गांव में बीसीसीएल के बंद खदान में अवैध कोयला उत्खनन के दौरान चाल धंस गया. इस हादसे में एक युवक और एक छोटी बच्ची दब गए. इस मामले की सूचना जैसे ही लोगों को मिली अफरातफरी मच गई. मौके पर तुरंत पुलिस पहुंची और किसी तरह दोनों को चाल से बाहर निकाला गया और तुरंत बोकारो बीजीएच अस्पताल ले जाया गया है. जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.
निरसा में अवैध उत्खनन के दौरान 12 लोगों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर से हुए हादसे ने कोयलांचल में हड़कंप मचा दिया है. बीसीसीएल महुदा एरिया चार लोहपिट्टी में बंद पड़ी चार नंबर इन क्लाइन के पास अचानक चाल धंस गया. हादसे के बाद अफरा तफरी का माहौल बन गया. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी के जरिये मलबे में दबे दो लोगों को बाहर निकाला गया और उन्हें इलाज के लिए बोकारो के बीच भेजा गया.
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जिले में अवैध कोयला का कारोबार रुकने का नाम नही ले रहा है. 1 फरवरी को निरसा में अवैध कोयला खनन में चाल धंसने से 12 लोगों की मौत हुई थी. अब महूदा थाना क्षेत्र के लोहपीट्टी स्थित ग्वालागांव में अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने की घटना हुई है. जहां एक युवक और एक मासूम बच्ची दब गई. आनन फानन में दोनों को बाहर निकाला गया और बोकारो बीजीएच अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. पुलिस जेसीबी से मलबे को हटाने में लगी हुई है. आशंका जताई जा रही है कि चाल में कुछ और लोग भी दबे हो सकते हैं. कई लोगों का कहना है कि इस हादसे में 6 लोग दबे हैं और उनकी मौत हो चुकी है.
वहीं, स्थानीय भाजपा नेता महुदा मंडल का कहना है कि धनबाद में पुलिस और सरकार की मिलीभगत से अवैध कोयला कारोबार चल रहा है. निरसा में हुए खान हादसे से भी प्रशासन सीख नहीं ले पाई. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी कहा कि अवैध खनन के दौरान हादसा प्रशासन और सरकार के कारण हुआ.