देवघरः श्रावणी मेले की पहली सोमवारी के दिन बाबा बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पहली सोमवारी के दिन 2 लाख एक हजार 503 कांवरियां श्रद्धालु मंदिर पहुंचे, जिन्होंने जलार्पण और पूजा-अर्चना की. इसमें अर्घा से जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1 लाख 41 हजार 649 और बाह्य अर्घा द्वारा 59 हजार 814 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया.
यह भी पढ़ेंः सावन की पहली सोमवारी, बाबाधाम में गूंजा हर-हर महादेव का नारा
श्रावणी मेले के पांचवें दिन यानी पहली सोमवारी को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलार्पण करने के लिए कांवरियों का तांता अहले सुबह से लगने लगा. कांवरियों की भीड़ अनियंत्रित नहीं हो. इसको लेकर प्रशासन ने रात्रि पहर से ही कांवरियों को जलार्पण के लिये कतारबद्ध खड़ा कराने लगे. स्थिति यह था कि कांवरियों की कतार रुटलाइन के तहत अंतिम छोर कुमैठा स्टेडियम तक पहुंच गई.
पहली सोमवारी के दिन प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त थी. इससे मंदिर परिसर और आसपास तैनात जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन निर्धारित प्लान के तहत कांवरियों को जलार्पण के लिये बाबा मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचाया जा रहा था. वहीं, रुटलाइन में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन 24×7 तैनात है. यही वहज है कि लाखों की भीड़ जुटने के बाद भी अनियंत्रित नहीं हुई.
सोमवार को आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट सुबह 3 बजे ही खोल दिया गया. श्रद्धालुओं की कतार मंदिर से 12 किलोमीटर तक पहुंच चुकी है. श्रद्धालु बिहार के सुल्तानगंज स्थित उत्तर वाहिनी से जल लाकर 105 किलोमीटर पैदल यात्रा कर भगवान शिव पर जलाभिषेक किया. सावन में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है. यहां बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने बाबा मंदिर देवघर पहुंचे. मंदिर के प्रांगण में बाह्य अर्घा की व्यवस्था की गई ताकि जो श्रद्धालु लंबी कतार में नहीं रह सकते हैं. वो आसानी से बाह्य अर्घा से जलाभिषेक कर सकते हैं.