देवघर: नवनिर्मित एम्स में ओपीडी सेवा की शुरुआत के बाद यहां इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. मरीजों की बढ़ती भीड़ देखते हुए एम्स में प्रतिदिन 400 मरीजों के इलाज का फैसला लिया गया है. इससे पहले प्रत्येक दिन दो सौ मरीजों का इलाज किया जा रहा था.
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आज से 400 मरीजों का इलाज
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए देवघर एम्स में शुक्रवार (3 सितंबर) से नई व्यवस्था लागू हो गई है. इसके तहत रोजाना यहां चार सौ मरीजों का इलाज किया जाएगा. एम्स के निदेशक सौरभ वार्ष्णेय के मुताबिक कोविड की वजह से अभी 200 मरीजों के देखने की व्यवस्था थी, जिसे बढ़ाकर चार सौ कर दिया गया है.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू
एम्स निदेशक के अनुसार मरीज अब इलाज के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं. उनके मुताबिक प्रति दिन एक सौ मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा. जिन्हें सुबह साढ़े 8 बजे से सुबह साढ़े 9 बजे तक देखा जाएगा.
24 अगस्त को हुआ था उद्घाटन
बता दें कि एम्स में ओपीडी और रात्रि विश्राम गृह सुविधा का उद्घाटन 24 अगस्त को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया था. इसके साथ ही जिले के दूर दराज इलाके में रह रहे लोगों को बड़ी राहत मिली है. शुरुआत में एम्स में सौ मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई थी जिसे बढ़ाकर अब 4 सौ कर दी गयी है.
2018 में पीएम मोदी ने रखी थी नींव
केंद्र सरकार ने साल 2003 में देवघर में एम्स बनाने की घोषणा की. इसके बाद नई दिल्ली एम्स की तर्ज पर अस्पताल बनाने का प्रस्ताव संसद में पास किया गया. मई 2018 में केंद्रीय कैबिनेट ने इसके लिए 1,103 करोड़ रुपये की व्यवस्था की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2018 को देवघर एम्स की नींव रखी थी. सितंबर 2019 में एम्स में 50 स्टूडेंट्स के साथ एमबीबीएस की कक्षा शुरू की गई. 24 अगस्त 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ओपीडी सुविधा का उद्घाटन किया था.