देवघर: बाबा भोलेनाथ कामना लिंग और बैद्यनाथ न जाने कितने नामों से जाने जाते हैं. कामना लिंग की खास बात यह है कि यहां सबकी मुरादें पूरी होती हैं. कुछ लोग मनोकामना पूरी होने के लिए मुंडन करते हैं तो कोई गठबंधन करता है. बाबा मंदिर के दीवार पर पंजो के निशान भी मनोकामना के लिए लगाए गए हैं. इसे थापा कहा जाता है. कहते है कि अगर कोई मनोकामना हो और आप यहां थापा लगाते हैं तो भगवान शिव आपकी मनोकामना पूरी करते हैं. थापा पूजा खासकर संतान प्राप्ति के लिए किया जाता है.
उल्टा हाथ से लगाया गया थापा मन्नत मांगने के लिए होता है और सीधी हाथ का थापा मन्नत पूरी हो जाने के बाद लगाया जाता है. बाबा मंदिर में अगर थापा लगाकर मनोकामना मांगना है तो भक्त पंजे को उल्टा कर थापा लगते हैं और जब मनोकामना पूर्ण हो जाती है तो भक्त यहां दोबारा आकर और सीधे हाथ से थापा लगते हैं. थापा पूजा एक पुरानी परंपरा है और कहते हैं कि बाबा भोले भक्तों की मुरादें जल्दी पूरी करते है.
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थापा पूजा बाबा मंदिर में पुरोहित मंदिर के दीवार पर हाथों में हल्दी और रोली लगाकर थापा पूजा करवाते हैं. बता दें कि इस कोरोना काल में बाबा मंदिर में बाहरी श्रद्धालुओ पर पूर्णतः रोक लगा दी गया है.