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श्रावणी मेला पर कोरोना ब्रेकः दुम्मा बॉर्डर से कांवरिया पथ पर पसरा है सन्नाटा

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Published : Jul 4, 2020, 6:15 PM IST

कोरोना महामारी के कारण इस साल देवघर में हर हर महादेव, बोल-बम का नारा है, बाबा एक सहारा है की गूंज नहीं सुनाई देगी. हर साल श्रावणी मेले को लेकर जहां दुम्मा बॉर्डर से कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती थी. वहीं आज पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. इसे लेकर ईटीवी भारत की टीम ने दुम्मा बॉर्डर जाकर वहां का जायजा लिया.

Dumma border
दुम्मा बॉर्डर से संवाददता

देवघरः राजकीय श्रवणी मेला 2020 पर कोरोना ब्रेक लगा है. वैश्विक महामारी को देखते हुए झारखंड सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा पहले ही कर दी है. ऐसे में स्थानीय सांसद ने श्रवणी मेला को लेकर हाई कोर्ट में पीआईएल भी दायर किया था, लेकिन कोरोना को देखते हुए श्रवणी मेला नहीं लगने का आदेश के साथ श्रद्धालुओं के लिए वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था का आदेश दिया है.

दुम्मा बॉर्डर से संवाददता

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ऐसे में उत्तर वाहिनी गंगा सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर पैदल यात्रा कर बाबाधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का कांवर यात्रा अब नहीं होगा. जहां श्रवणी मेला के महज दो दिन शेष रह गया है और पूरा कांवरिया पथ में श्रवणी माह में श्रद्धालुओं द्वारा बोल-बम हर-हर महादेव से गुंजायमान रहता था जहां बिल्कुल ही सन्नाटा पसरा हुआ है. अब जिला प्रशासन सभी इंट्री पॉइंट को सील करने की तैयारी कर रही है, ताकि किसी भी तरह श्रद्धालुओं को रोका जा सके. वहीं पूरे कांवरिया पथ में हजारों की संख्या में दुकान लगाने वालों के सामने अब आर्थिक बोझ को झेलना पड़ेगा तो सैकड़ों सेवा शिविर नहीं लगेगा. जहां श्रद्धालुओं को मुफ्त चिकित्सा और दवा दी जाती थी, तो स्थानीय लोग भी शिविर लगाकर भक्तों की सेवा करते थे. लेकिन इस महामारी के कार सावन मेला नहीं लगने के कारण अब पूरा दुम्मा से लेकर बाबा मंदिर तक सन्नाटा पसरा हुआ है.

देवघरः राजकीय श्रवणी मेला 2020 पर कोरोना ब्रेक लगा है. वैश्विक महामारी को देखते हुए झारखंड सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा पहले ही कर दी है. ऐसे में स्थानीय सांसद ने श्रवणी मेला को लेकर हाई कोर्ट में पीआईएल भी दायर किया था, लेकिन कोरोना को देखते हुए श्रवणी मेला नहीं लगने का आदेश के साथ श्रद्धालुओं के लिए वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था का आदेश दिया है.

दुम्मा बॉर्डर से संवाददता

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