देवघर: सावन के पावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. राजकीय श्रावणी मेला 2020 इस बार नहीं लगाया गया है. केसरियामय दिखने वाला कांवरिया पथ बिल्कुल वीरान है. सोमवारी के दिन लगभग 3 से 4 लाख तक कांवरिया बाबा धाम पहुंचते थे, मगर इस बार सभी कांवरियों पर कोरोना ब्रेक लग गया है. देवघर के दुम्मा बॉर्डर सहित सभी एंट्री प्वाइंट पर पुलिस पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है.
अनभिज्ञता के कारण पहुंचे दुम्मा बॉर्डर
बता दें कि किसी भी बाहरी प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. ऐसे में बोलबम के नारों से गूंजने वाला दुम्मा बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दी गई है. मगर भोले के कुछ भक्त अनभिज्ञता के कारण दुम्मा बॉर्डर पहुंचे रहे हैं और बॉर्डर सील देखकर बिहार बॉर्डर के खंभे पर ही जलार्पण किया.
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वहीं, दुम्मा बॉर्डर पहुंचे श्रद्धालु बताते हैं कि इन्हें श्रावणी मेला नहीं लगने की जानकारी नहीं थी, इसलिए सुल्तानगंज से जल लेकर चले आए. अब इन्हें वापस जाने में परेशानी हो रही है कि कोई भी यातायात सुविधा नहीं है. बहरहाल, कुल मिलाकर श्रावणी मेला नहीं लगने के कारण देवनगरी के सभी 12 एंट्री प्वाइंट को सील कर दिया गया है. जिससे किसी भी परिस्थिति में शहर में प्रवेश नहीं किया जा सकेगा.