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साइबर क्राइम में देवघर पुलिस की उपलब्धि, 372 अपराधी सलाखों के पीछे

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Published : Dec 11, 2020, 2:09 PM IST

साइबर अपराध के लिए देवघर कुख्यात हो गया है. आए दिन में साइबर थाने में मामले दर्ज किए जाते है. साल भर में पुलिस ने साइबर क्राइम के 87 कांड दर्ज हुआ है और 36 लाख से अधिक रुपये सहित अन्य सामान बरामद किए गए हैं.

police achievement in cybercrime in deoghar
एसपी

देवघर: साइबर क्राइम के मामले में देवघर अब हब बन चुका है. ऐसे में लगातार साइबर थाने में ठगी के शिकार लोग मामला दर्ज करा रहे हैं. साइबर क्राइम को लेकर देवघर जिला के साइबर अपराधियों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है और साइबर ठग भोले भाले लोगों के जेब पर दिनदहाड़े डाका डाल रहे हैं. ऐसे में देवघर पुलिस को साइबर क्राइम पर लगाम लगाने में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है.

देखें पूरी खबर

साल भर में 87 कांड दर्ज

2020 में जनवरी से लेकर दिसंबर माह तक अबतक 87 कांड प्रतिवेदित हुआ है. जिसमें कुल 372 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे धकेला जा चुका है तो 820 मोबाइल बरामद किया है. 1351 सिमकार्ड, 475 एटीएम, 320 पासबुक, 21 चेकबुक, 19 लैपटॉप, 41 मोटरसाइकिल, 12 चार पहिया वाहन, 2 क्लोन मशीन, 5 स्वाइप मशीन, 3 राउटर सहित 36 लाख 44 हजार 670 रुपये की बरामदगी की गई है.

साइबर ठगी में सीएसपी संचालक भी संलिप्त
देवघर में लगातार साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के दौरान देखा गया है कि साइबर क्रिमिनल ने विभिन्न बैंकों के संचालित सीएसपी संचालक को भी संलिप्त किया है. जिससे साइबरों को ठगी में मदद करता है. ऐसे में कांड संख्या 71/2020 में दो सीएसपी संचालक राकेश कुमार सिंह और दिनकर कुमार शाही को गिरफ्तार किया है. कांड संख्या 82/2020 में सुनील कुमार मंडल को गिरफ्तार किया है, जो कि साइबर ठगों के 20 प्रतिशत की कमीशन पर साइबर ठगों को मदद कर साइबर ठगी को बढ़ावा देता था. जिसे गिरफ्तार किया गया है.

ये भी पढ़े- दुमका में विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला पहुंचा राजभवन


आईपीएस अधिकारी को बनाया है शिकार

  • जिला के विभिन्न थाना इलाके में साइबर अपराधियों ने कई आईपीएस अधिकारी और रिश्तेदारों को ठगी का शिकार बना चुकी है. हिमाचल प्रदेश में कार्यरत महिला आईपीएस को साइबर ठगी का शिकार बनाया गया था. उसे पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी बन एटीएम कार्ड वेलिडिटी की गलत जानकारी देने पर साइबर ने अश्लील शब्द का इस्तेमाल किया था. जिस मामले में महिला आईपीएस अधिकारी ने ऑनलाइन कांड संख्या 60/2020 दर्ज कराया था. मामले में देवघर पुलिस ने मोहनपुर थाना इलाके से मुकुल मिर्धा नाम के युवक को गिरफ्तार किया था.
  • हिमाचल प्रदेश के ही एक और आईपीएस अधिकारी को बैंक अधिकारी बन फोन-पे पर कैश बैक से 1 हजार रुपये दिलाने के नाम पर फर्जी तरीके से 6 हजार 5 सौ 71 रुपये की ठगी किया था. मामले में 62/2020 कांड दर्ज कराया गया और देवघर पुलिस ने दुमका के मसलिया थाना इलाके से सराफत अंसारी नाम के युवक को गिरफ्तार किया.
  • गुमला जिला में कार्यरत प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी से भी फर्जी तरीके से बैंक ऑफ बड़ौदा का अधिकारी बन डेबिट कार्ड सत्यापन करने के नाम पर 3 लाख रुपये की ओटीपी प्राप्त कर ठगी कर लिया था. मामले में कांड संख्या 67/2020 दर्ज कर मोहनपुर से लालन कुमार मंडल नाम के साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया.
    कुल मिलाकर इस साल कुल 87 साइबर मामलों में 3 आइपीएस अधिकारियों को भी साइबर ठगी का शिकार बनाया है.

देवघर: साइबर क्राइम के मामले में देवघर अब हब बन चुका है. ऐसे में लगातार साइबर थाने में ठगी के शिकार लोग मामला दर्ज करा रहे हैं. साइबर क्राइम को लेकर देवघर जिला के साइबर अपराधियों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है और साइबर ठग भोले भाले लोगों के जेब पर दिनदहाड़े डाका डाल रहे हैं. ऐसे में देवघर पुलिस को साइबर क्राइम पर लगाम लगाने में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है.

देखें पूरी खबर

साल भर में 87 कांड दर्ज

2020 में जनवरी से लेकर दिसंबर माह तक अबतक 87 कांड प्रतिवेदित हुआ है. जिसमें कुल 372 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे धकेला जा चुका है तो 820 मोबाइल बरामद किया है. 1351 सिमकार्ड, 475 एटीएम, 320 पासबुक, 21 चेकबुक, 19 लैपटॉप, 41 मोटरसाइकिल, 12 चार पहिया वाहन, 2 क्लोन मशीन, 5 स्वाइप मशीन, 3 राउटर सहित 36 लाख 44 हजार 670 रुपये की बरामदगी की गई है.

साइबर ठगी में सीएसपी संचालक भी संलिप्त
देवघर में लगातार साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के दौरान देखा गया है कि साइबर क्रिमिनल ने विभिन्न बैंकों के संचालित सीएसपी संचालक को भी संलिप्त किया है. जिससे साइबरों को ठगी में मदद करता है. ऐसे में कांड संख्या 71/2020 में दो सीएसपी संचालक राकेश कुमार सिंह और दिनकर कुमार शाही को गिरफ्तार किया है. कांड संख्या 82/2020 में सुनील कुमार मंडल को गिरफ्तार किया है, जो कि साइबर ठगों के 20 प्रतिशत की कमीशन पर साइबर ठगों को मदद कर साइबर ठगी को बढ़ावा देता था. जिसे गिरफ्तार किया गया है.

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आईपीएस अधिकारी को बनाया है शिकार

  • जिला के विभिन्न थाना इलाके में साइबर अपराधियों ने कई आईपीएस अधिकारी और रिश्तेदारों को ठगी का शिकार बना चुकी है. हिमाचल प्रदेश में कार्यरत महिला आईपीएस को साइबर ठगी का शिकार बनाया गया था. उसे पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी बन एटीएम कार्ड वेलिडिटी की गलत जानकारी देने पर साइबर ने अश्लील शब्द का इस्तेमाल किया था. जिस मामले में महिला आईपीएस अधिकारी ने ऑनलाइन कांड संख्या 60/2020 दर्ज कराया था. मामले में देवघर पुलिस ने मोहनपुर थाना इलाके से मुकुल मिर्धा नाम के युवक को गिरफ्तार किया था.
  • हिमाचल प्रदेश के ही एक और आईपीएस अधिकारी को बैंक अधिकारी बन फोन-पे पर कैश बैक से 1 हजार रुपये दिलाने के नाम पर फर्जी तरीके से 6 हजार 5 सौ 71 रुपये की ठगी किया था. मामले में 62/2020 कांड दर्ज कराया गया और देवघर पुलिस ने दुमका के मसलिया थाना इलाके से सराफत अंसारी नाम के युवक को गिरफ्तार किया.
  • गुमला जिला में कार्यरत प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी से भी फर्जी तरीके से बैंक ऑफ बड़ौदा का अधिकारी बन डेबिट कार्ड सत्यापन करने के नाम पर 3 लाख रुपये की ओटीपी प्राप्त कर ठगी कर लिया था. मामले में कांड संख्या 67/2020 दर्ज कर मोहनपुर से लालन कुमार मंडल नाम के साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया.
    कुल मिलाकर इस साल कुल 87 साइबर मामलों में 3 आइपीएस अधिकारियों को भी साइबर ठगी का शिकार बनाया है.
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