देवघर: झारखंड सरकार राज्य में श्वेत क्रांति लाने के लिए दृढ़ संकल्पित है. झारखंड के कृषि और पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख ने ये बाते देवघर में कही है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि इसके लिए एनडीडीबी के साथ आगामी पांच सालों के लिए करार किया जा रहा है, जिसे पिछली सरकार ने स्थिर कर दिया गया था. मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि झारखंड के अलावा अन्य जगहों में दूध और दूध जनित सामग्री का लगभग 500 करोड़ का बाजार है. जिसे झारखंड सरकार यहां के किसानों को उपलब्ध कराना चाहती है.
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आत्मनिर्भर बनाने का सपना
मंत्री ने कहा कि देवघर के सराठ सहित साहिबगंज और पलामू में दूध प्रोसेसिंग प्लांट का काम चल रहा है. इनमें देवघर और साहिबगंज में 90% काम हो चुका है, जबकि पलामू का भी तकरीबन 40% काम पूरा हो चुका है. मंत्री ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने बर्गीश कुरियन के माध्यम से दूध उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने का जो सपना देखा गया था उसे झारखंड की धरती पर पूरा किया जाएगा. बहरहाल, कुल मिलाकर दूध उत्पादन के क्षेत्र में राज्य सरकार श्वेत क्रांति लाएगी, जिसके लिए सरकार कृत संकल्पित है.