देवघर: झारखंड में अब दुग्ध उत्पादकों को भी केसीसी के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा. भारत सरकार और झारखंड सरकार की संयुक्त पहल पर झारखंड मिल्क फेडरेशन से जुड़े दुग्ध उत्पादकों को केसीसी के माध्यम से जोड़ने और उन्हें गौ पालन में आ रही आर्थिक परेशानी से निपटने के लिए यह ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है.
अब तक जिले में ऐसे 5 हजार दुग्ध उत्पादकों को चिन्हित किया गया है, जो नियमित रूप से झारखंड मिल्क फेडरेशन को दूध उपलब्ध करा रहे हैं.
- 2 गाय रखने वाले किसान को 25 हजार
- 5 गाय रखने वाले किसान को 68 हजार
- 10 गाय रखने वाले किसान को 1 लाख 36 हजार
- 20 गाय रखने वाले किसान को 2 लाख 70 हजार
इन सभी किसानों को ऋण केसीसी के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है. केसीसी पर 7 प्रतिशत ब्याज का प्रावधान रखा गया है. हालांकि, नियमित भुगतान करने वाले किसानों को 6 प्रतिशत छूट देने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत नियमित दूध देने वाले किसानों के लिए विशेष छूट देते हुए केसीसी के माध्यम से 3 लाख तक ऋण देने का निर्णय लिया गया है.
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बहरहाल, देवघर में इसके लिए 108 दुग्ध संग्रह केंद्र के माध्यम से किसानों का आवेदन स्वीकार किया जा रहा है. सरकार के इस फैसले से दुग्ध उत्पादन में काफी वृद्धि की उम्मीद की जा रही है.