देवघर: एक तरफ गोड्डा लोकसभा सीट पर कब्जे को लेकर महागठबंधन और बीजेपी के बीच जारी खींचतान और बयानबाजी का दौर जारी है. वहीं, गोड्डा सीट से महागठबंधन प्रत्याशी प्रदीप यादव पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सियासी फिजा में अचानक सरगर्मी तेज हो गई है.
निशिकांत दुबे पर साधा निशाना
इस मामले में जहां पुलिस जांच में जुटी है, वहीं दोनो दलों के नेता भी एक दूसरे पर छींटा कशी से बाज नहीं आ रहे. महागठबंधन के नेता भी इस मामले पर गोलबंद नजर आ रहे हैं. इस कड़ी में जेवीएम के पूर्व नेता और सूबे के पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी ने बीजेपी और निशिकांत दुबे पर जमकर निशाना साधा.
अपना पक्ष रखा
रामचंद्र केशरी ने इस प्रकरण को पैसे का खेल करार दिया और निष्पक्ष जांच की मांग की. दूसरी तरफ पूरे मामले में मास्टरमाइंड के तौर पर नाम आने के बाद निशिकांत दुबे के करीबी और पेशे से अधिवक्ता मुकेश पाठक ने भी मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा.
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'सियासी रंग न दिया जाए'
मुकेश पाठक ने कहा कि पहले वह एक वकील है, फिर किसी पार्टी के कार्यकर्ता और पीड़िता भी पेशे से अधिवक्ता हैं. इस लिए मैं उनके साथ था. उन्होंने कहा कि इस मामले को सियासी रंग न दिया जाए.