देवघर: दिव्यांगों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा उन्हें दिव्यांग पेंशन देने की योजना स्वीकृत है, लेकिन देवघर के चरकी पहाड़ी गांव के दो परिवार अपने दिव्यांग बच्चों को सरकार की इस योजना का लाभ दिलाने में असफल हो रहा है.
देवघर प्रखंड के चरकी पहाड़ी गांव की सुलेखा कुमारी अपने हाथों के बल चलने को मजबूर है. दिव्यांग होने के बावजूद उसके हौसले में कोई कमी नहीं आई है. पढ़-लिख कर सुलेखा जीवन में अच्छा मुकाम हासिल करने की तमन्ना रखती है, लेकिन सरकार द्वारा दिव्यांगों को मिलने वाली पेंशन योजना साथ ही ट्राई साइकिल का उसे लाभ नहीं मिल रहा है.
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इसी तरह सुनने और बोलने में लाचार गांव का दिव्यांग युवक उत्तम की भी कहानी यही है. उत्तम को पहले पेंशन का लाभ मिलता था, लेकिन ऑनलाइन भुगतान व्यवस्था शुरू होने के बाद से उसे भी इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.
सदर अंचलाधिकारी कि माने तो बाल विकास पदाधिकारी को इस मामले से अवगत करा दिया गया है. इसमें आवश्यक जांच के बाद दोनों दिव्यांगों को पेंशन योजना का लाभ दिलाने की बात अंचलाधिकारी ने की है. उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से ही दिव्यांग पेंशन जैसी योजना शुरू की गई. अधिकारियों की लापरवाही से इन योजनाओं का वास्तविक लाभ से लोग वंचित रह जा रहे हैं.