देवघर/मधुपुर : प्रेम प्रसंग मामले में रहस्मय ढंग से लापता लड़के का शव 12 दिन बाद मधुपुर थाना क्षेत्र से बरामद किया गया. साक्ष्य छिपाने के लिए लड़के की निर्मम हत्या कर शव को क्षत-विक्षत कर बोरा में डाल नदी किनारे दफन किया गया था. शव मिलते ही पूरे इलाके सनसनी फैल गई.
घटना के संबंध में बताया जा रहा कि छात्र गिरिडीह जिले का रहने वाला था. जिसका देवरी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था. जिसे लेकर दोनों के परिवार में अनबन चल रही थी. वहीं, पिछले 31 मई को छात्र अपने घर से देवघर जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन देर शाम तक वह घर नहीं लौटा.
प्रेमिका ने दी मामले की जानकारी
परिजनों ने छात्र की काफी खोजबीन की लेकिन कोई सूराग नहीं मिला. इसी बीच लड़के की प्रेमिका ने अपने प्रेमी के दोस्तों को फोनकर बताया कि 1 जून को लड़का उससे मिलने आया था. उसी दौरान लड़की के तीन चाचा और उसकी चाचियों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट कर मुंह में कपड़ा बांधकर अन्य जगह ले गए.
नदी किनारे दफनाया गया था शव
जिसकी जानकारी मिलते ही लड़के के चचरे भाई दूसरे दिन ही मधुपुर थाना पहुंचकर प्रेमिका के परिजनों के विरूद्ध अपहरण का मामला दर्ज कराया था. छात्र के परिजन उसके तलाश में सलैया के पास जंगल और नदी किनारे खोजबीन करने लगे. इसी क्रम में उसके चाचा को लोहराजोर घाट के समीप खेत में मानव खोपड़ी जैसी दिखी. इसके बाद गहन खोजबीन में जुट गए.
छात्र के चाचा शंकर राय जब लोहराजोर बालूघाट नदी पहुंचकर पानी पी रहे थे, तभी बालू में दफन शव की दुर्गंध आने का एहसास हुआ. जिसकी सूचना पुलिस को दी गई. इसके बाद सारठ एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह, कार्यपालक दंडाधिकारी संजय सिंह समेत मारगोमंडा, मधुपुर, करौं, देवीपुर के थाना प्रभारी और पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची.
मधुपुर थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग
छात्र के परिजनों ने मधुपुर थाना प्रभारी पर आरोप लगाते हुए निलंबन का मांग करते हुए छात्र के लापता मामले में लापरवाही की बात कही. शव को नदी से निकालने पर पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. आक्रोशित परिजन और ग्रामीण देवघर एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे. इस बीच पुलिस ने दुमका से खोजी कुत्ता भी मंगवाया. इधर एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह ने प्रेम प्रसंग में हत्या की बात कही है, साथ ही नामजद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की बात कही है.