देवघर: गुरुवार के दिन देवघर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ सभी प्रखंड में स्पेशल ड्राइव के तहत कोविड टेस्ट ड्राइव का आयोजन किया गया. इसकी जानकारी देते हुए डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा सभी प्रखंड में रैपिड एंटीजेन टेस्ट, आरटीपीसीआर और ट्रूनेट टेस्ट ड्राइव का आयोजन कर लोगों के सैंपल कलेक्ट किए गए, ताकि जिले में संक्रमण की स्थिति और रोकथाम को लेकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.
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7,330 लोगों का टेस्ट
इसके साथ ही कोविड टेस्ट ड्राइव के तहत राज्य सरकार की ओर से जिला अंतर्गत इस ड्राइव के लिए 7,330 लोगों के टेस्ट का लक्ष्य निर्धारित किया गया. यह टेस्ट ड्राइव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहनपुर, पालोजोरी, करौ, सारठ, मधुपुर, सारवां, जसीडीह, देवीपुर, पुराना सदर अस्पताल, देवघर बस स्टैंड, देवघर रेलवे स्टेशन, जसीडीह बिरला फैक्ट्री, जसीडीह रेलवे स्टेशन के अलावा रांगा मोड़ और फव्वारा चौक पर चलाकर सैंपल कलेक्ट किया गया.
कोविड नियमों का अनुपालन करें
इसके अलावा कोविड टेस्ट ड्राइव का मुख्य उद्देश्य लोगों को संक्रमण के प्रति सतर्क और सावधान करना है, ताकि लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद आवश्यक सावधानी बरतते हुए कोविड नियमों का अनुपालन करें और अपने परिवार के साथ दूसरों को संक्रमित होने से बचा सकें. कोविड टेस्ट कराते वक्त ये कोई नहीं चाहता कि उसका परिणाम पॉजिटिव आए लेकिन जब आता है तो किसी की भी चिंता बढ़ सकती है. हालांकि, जैसे ही किसी पॉजिटिव का पता चले, तो बेहतर यही है कि आगे क्या करना है इसकी तैयारी कर ली जाए.
80 प्रतिशत मामले में हल्के या मध्यम स्तर के लक्षण हैं. ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं पड़ रही है फिर भी पॉजिटिव आना चिंताजनक हो सकता है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि सही समय पर अगर इलाज शुरू हो जाए, तो मामला बिगड़ने से बचाया जा सकता है. ऐसे में आपको जैसे ही अपने टेस्ट का रिजल्ट मिल जाए सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें.