देवघर: आज आंवला पूजा है और आज के दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. इसके साथ ही आंवला पेड़ के नीचे विधिवत पूजा अर्चना करती हैं. जिसके बाद ब्राह्मणों से पूजा पाठ कराया जाता है और ब्राह्मणों से आंवला पूजा से संबंधित कथा सुनाते हैं. इस दिन गुप्त दान की परंपरा है और महिलाएं लाल कपड़े में समेट भुआ और कोहड़ा के साथ द्रव्य ब्राह्मण को दान करती है.
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महिलाएं ब्राह्मणों को दान देकर अक्षय पुण्य के भागी बनते है. खासकर इस देवनगरी में इस पर्व को बड़े ही उत्साह से महिलाएं मानती है और पूजा अर्चना पूरी होने के बाद उसी जगह पर चढ़ाए गए प्रसाद के रूप में पकवान खाकर व्रत तोड़ती है. वहीं, व्रतियों की कहना है कि यह पूजा पति की लंबी आयु और घर की सुख समृद्धि के लिए की जाती है, जो काफी पुरानी परंपरा है.