चाईबासाः मझगांव विधानसभा मुख्यालय के मझगांव प्रखंड अंतर्गत घोडाबंधा पंचायत क्षेत्र के 200 साल पहले बसे ग्राम बाईपी में अब तक बिजली नहीं पहुंच पाई है. अब भी लोग ढिबरी युग में जीने को मजबूर हैं. मझगांव प्रखंड मुख्यालय से मात्र 8 किलोमीटर दूर बाईपी ग्राम क्षेत्र में लगभग 80 परिवार रहते हैं, लेकिन गांव में सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है.
गांव पूरी तरह से विकास से वंचित है. गांव वालों ने कहा कि सरकार दावा करती है कि क्षेत्र में विकास की गंगा बहाई जा रही है, लेकिन हमारे गांव के ग्रामीण आज भी अंधेरे में जी रहे हैं. गांव में सबसे ज्यादा परेशानी जंगल से है क्योंकि गांव के बगल में घना जंगल है, जिससे आए दिन जंगली हाथियों का झुंड गांव में घुसकर कोहराम मचाता रहता है. बच्चे बिजली नहीं होने के कारण पढ़ाई भी नहीं कर पाते हैं.
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ग्रामीणों ने कहा कि गांव के विकास के मुद्दे को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार किया जाएगा. क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि सिर्फ हमें वोट बैंक समझकर इस्तेमाल कर रहे हैं. वर्तमान विधायक निरल पुरती, पूर्व विधायक बडकुंवर गागराई, पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा, पूर्व सांसद मधु कोड़ा, वर्तमान सांसद गीता कोड़ा से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी हमारे गांव को नजरअंदाज किया है. अब हम लोगों ने निश्चय किया है कि जब तक हमारे गांव में बिजली- पेयजल की व्यवस्था नहीं की जाती तब तक सामूहिक वोट बहिष्कार किया जाएगा.