चाईबासा: झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने चाईबासा के बुरुगुलीकेरा गांव के निरीक्षण के लिए 6 सदस्यीय टीम को भेजा, जिसमें पश्चिम सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा, विधायक सोनाराम सिंकू पूर्व विधायक नियल तिर्की, पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, पूर्व मंत्री कालीचरण मुंडा और जोनल कोऑर्डिनेटर रामा खाल शामिल रहे. सभी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के आश्रितों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली.
बुरुगुलीकेरा गांव में मृतक के परिजनों ने कांग्रेस की जांच कमेटी को बताया कि गांव में पत्थलगड़ी समर्थक प्रत्येक सप्ताह बैठक बुलाते थे, जिसमें शामिल नहीं होने के कारण उनके परिवार के मुखिया को जान से हाथ धोना पड़ा. जांच कमेटी ने नरसंहार में मारे गए तीन मृतक के आश्रितों से ही मुलाकात कर सकी, क्योंकि अधिकतर घरों में लोग मौजूद नहीं थे.
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गीता कोड़ा ने कहा कि इस घटना से परिजन के आश्रित काफी दहशत में है, मृतकों के आश्रितों को समुचित मुआवजा मिलना चाहिए. इसे लेकर जांच कमेटी अपना रिपोर्ट कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव को सौंपेगी, जिसके बाद सरकार के सामने मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि गुदड़ी प्रखंड काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र है, केंद्रीय स्तर पर भी गुदड़ी प्रखंड को स्पेशल पैकेज मिले इसके लिए अपने स्तर से प्रयास करने की बात कही.
पीड़ित के परिजनों ने कांग्रेस के जांच कमेटी के सामने इस घटना के पीछे पत्थलगड़ी समर्थकों का हाथ बताया, लेकिन जब सांसद गीता कोड़ा से इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने टाल मटोल जावब दिया और झारखंड के विकास की बात करने लगी.