चाईबासा: मुख्यमंत्री रघुवर दास की जोहार जन आशीर्वाद यात्रा एक तरफ जहां लोगों का दिल जीतने और सरकार की उपलब्धियां गिनाने में जुटी है. तो वहीं सरायकेला खरसावां अंतर्गत राजनगर प्रखंड के तेलाई गांव में आयोजित कार्यक्रम स्थल से मात्र 2 किलोमीटर दूर ईचा खरकई डैम के विस्थापित ग्रामीण उनके विरोध में जुटे हुए थे. ग्रामीणों ने सरकार के कार्यशैली से नाराज होकर ईचा खरकई डैम निर्माण रद्द करने की मांग की.
1978 में रखी गई थी नींव
सेसो डैम पर कुजू पंचायत और हेरमा पंचायत के प्रभावित और ईचा खरकाई डैम के विस्थापितों ने मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध किया. इस दौरान ग्रामीणों अपने हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन भी करते नजर आए. बता दें कि ईचा खरकाई डैम की नींव अविभाजित बिहार के समय साल1978 में रखी गई थी. कुछ कारणों के चलते यह परियोजना आज भी अधूरी है, विकास के नाम पर यहां के लोग अपना सब कुछ गंवा चुके हैं. विस्थापित आज भी नौकरी और मुआवजे को लेकर सरकार से दो-दो हाथ करने में जुटे हुए हैं.
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रघुवर सरकार से नाराज हैं ग्रामीण
सरकार लोगों की तकलीफों को दरकिनार करते हुए फिर से इस डैम को पूरा करने के लिए निविदा आमंत्रित किया है. इसके निर्माण कार्य के लिए काम भी शुरू कर दी गई है, जिसके चलते यहां के लोग रघुवर सरकार से काफी नाराज हैं और आने वाले चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाने की तैयारी में जुट गए हैं. हालांकि सरायकेला की यह विधानसभा सीट पिछले दो चुनावों से जेएमएम के कब्जे में है. ऐसे में मुख्यमंत्री जन आशीर्वाद यात्रा लोगों का दिल जीत पाएगी इस पर संदेह नजर आ रहा है.