चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बुरुगुलीकेरा में 3 दिन पहले पत्थलगड़ी विवाद में हुए नरसंहार मामले को आपसी रंजिश का रूप दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, मृतक उपमुखिया जेम्स बुढ़ के भाई नाथूराम बुढ़ ने पत्थलगड़ी की घटना से हत्याकांड को जोड़ते हुए पूरी घटना विस्तारपूर्वक बताया है.
नाथूराम बुढ़ ने बताया कि मेरा भाई जेम्स बुढ़ अपने गांव में सरकारी योजना और गांव के विकास के लिए काम किया करता था. गांव के लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़ने और उसका लाभ उठाने को लेकर हमेशा जानकारी दिया करता था. यही कारण है कि पत्थलगड़ी समर्थकों ने उसकी हत्या कर दी. पत्थलगड़ी समर्थक नहीं चाहते थे कि सरकार के महत्वाकांक्षी योजना गांव तक पहुंचे और गांव के ग्रामीणों को इसका लाभ मिले. उनका एकमात्र उद्देश्य था कि पत्थलगड़ी अपनी समानांतर सरकार चलाएं.
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नाथूराम ने बताया कि 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने गांव में एक बैठक बुलाई, जहां गांव के उपमुखिया जेम्स बुढ़ को पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा सभास्थल तक घसीट कर दूर ले जाकर पहले तो लाठी डंडे से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और उसके बाद सर धड़ से अलग कर निर्मम हत्या कर दी. नाथूराम ने बताया कि पत्थलगड़ी समर्थक भाई जेम्स बुढ़ के अन्य 6 सहयोगियों को भी जो पत्थलगड़ी के विरोध किया करते थे उन्हें भी समर्थकों ने मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद नाथूराम बूढ़ ने अपने परिवार वालों के साथ जंगल में भागकर अपनी और अपने परिवार की जान बचाई. वहीं, बाद में मामला संभलते देख कर घर वापस लौटा.