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पत्थलगड़ी समर्थकों ने की थी 7 लोगों की हत्या, आपसी विवाद का दिया जा रहा है रंग: नाथूराम बुढ़ - चाईबासा पुलिस

चाईबासा में 7 लोगों की हत्या मामले पर उपमुखिया जेम्स बुढ़ के भाई नाथूराम बुढ़ ने बताया कि मेरा भाई जेम्स बुढ़ अपने गांव में सरकारी योजना और गांव के विकास के लिए काम किया करता था. गांव के लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़ने और उसका लाभ उठाने को लेकर हमेशा जानकारी दिया करता था. यही कारण है कि पत्थलगड़ी समर्थकों ने उसकी हत्या कर दी.

Pathalgadi supporters killed 7 people in chaibasa
चाईबासा घटना
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Published : Jan 23, 2020, 9:09 PM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बुरुगुलीकेरा में 3 दिन पहले पत्थलगड़ी विवाद में हुए नरसंहार मामले को आपसी रंजिश का रूप दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, मृतक उपमुखिया जेम्स बुढ़ के भाई नाथूराम बुढ़ ने पत्थलगड़ी की घटना से हत्याकांड को जोड़ते हुए पूरी घटना विस्तारपूर्वक बताया है.

देखिए पूरी खबर

नाथूराम बुढ़ ने बताया कि मेरा भाई जेम्स बुढ़ अपने गांव में सरकारी योजना और गांव के विकास के लिए काम किया करता था. गांव के लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़ने और उसका लाभ उठाने को लेकर हमेशा जानकारी दिया करता था. यही कारण है कि पत्थलगड़ी समर्थकों ने उसकी हत्या कर दी. पत्थलगड़ी समर्थक नहीं चाहते थे कि सरकार के महत्वाकांक्षी योजना गांव तक पहुंचे और गांव के ग्रामीणों को इसका लाभ मिले. उनका एकमात्र उद्देश्य था कि पत्थलगड़ी अपनी समानांतर सरकार चलाएं.

ये भी पढे़ं: स्वास्थ्य सेवा में नर्सों का है महत्वपूर्ण योगदान, फस्ट इयर की पढ़ाई के बाद नर्सों ने लिया सेवा देने की शपथ
नाथूराम ने बताया कि 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने गांव में एक बैठक बुलाई, जहां गांव के उपमुखिया जेम्स बुढ़ को पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा सभास्थल तक घसीट कर दूर ले जाकर पहले तो लाठी डंडे से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और उसके बाद सर धड़ से अलग कर निर्मम हत्या कर दी. नाथूराम ने बताया कि पत्थलगड़ी समर्थक भाई जेम्स बुढ़ के अन्य 6 सहयोगियों को भी जो पत्थलगड़ी के विरोध किया करते थे उन्हें भी समर्थकों ने मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद नाथूराम बूढ़ ने अपने परिवार वालों के साथ जंगल में भागकर अपनी और अपने परिवार की जान बचाई. वहीं, बाद में मामला संभलते देख कर घर वापस लौटा.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बुरुगुलीकेरा में 3 दिन पहले पत्थलगड़ी विवाद में हुए नरसंहार मामले को आपसी रंजिश का रूप दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, मृतक उपमुखिया जेम्स बुढ़ के भाई नाथूराम बुढ़ ने पत्थलगड़ी की घटना से हत्याकांड को जोड़ते हुए पूरी घटना विस्तारपूर्वक बताया है.

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नाथूराम बुढ़ ने बताया कि मेरा भाई जेम्स बुढ़ अपने गांव में सरकारी योजना और गांव के विकास के लिए काम किया करता था. गांव के लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़ने और उसका लाभ उठाने को लेकर हमेशा जानकारी दिया करता था. यही कारण है कि पत्थलगड़ी समर्थकों ने उसकी हत्या कर दी. पत्थलगड़ी समर्थक नहीं चाहते थे कि सरकार के महत्वाकांक्षी योजना गांव तक पहुंचे और गांव के ग्रामीणों को इसका लाभ मिले. उनका एकमात्र उद्देश्य था कि पत्थलगड़ी अपनी समानांतर सरकार चलाएं.

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नाथूराम ने बताया कि 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने गांव में एक बैठक बुलाई, जहां गांव के उपमुखिया जेम्स बुढ़ को पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा सभास्थल तक घसीट कर दूर ले जाकर पहले तो लाठी डंडे से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और उसके बाद सर धड़ से अलग कर निर्मम हत्या कर दी. नाथूराम ने बताया कि पत्थलगड़ी समर्थक भाई जेम्स बुढ़ के अन्य 6 सहयोगियों को भी जो पत्थलगड़ी के विरोध किया करते थे उन्हें भी समर्थकों ने मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद नाथूराम बूढ़ ने अपने परिवार वालों के साथ जंगल में भागकर अपनी और अपने परिवार की जान बचाई. वहीं, बाद में मामला संभलते देख कर घर वापस लौटा.

Intro:चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गुलीकेरा में 3 दिन पूर्व पत्थलगड़ी विवाद में हुए नरसंहार मामले को आपसी रंजिश का रूप दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। वंही मृतक उपमुखिया जेम्स बुढ के भाई नाथूराम बुढ ने पत्थलगड़ी की घटना से हत्याकांड को पूरी तरह से जोड़ते हुए पूरी घटना विस्तारपूर्वक बताइ है।


Body:नाथूराम बूढ़ ने बताया कि मेरा भाई जेम्स बूढ़ अपने गांव में सरकारी योजना और गांव के विकास के लिए काम किया करता था और गांव के लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जोड़ने एवं उसका लाभ उठाने को लेकर हमेशा जानकारी दिया करता था। यही कारण है कि पत्थलगड़ी समर्थकों ने उसकी हत्या कर दी पत्थलगड़ी समर्थक नहीं चाहते थे कि सरकार के महत्वाकांक्षी योजना गांव तक पहुंचे और गांव के ग्रामीणों को इसका लाभ मिले। उनका एकमात्र उद्देश्य था कि पत्थलगड़ी अपनी समानांतर सरकार चलाएं।

नाथूराम ने बताया कि 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने गांव में एक बैठक बुलाई जहां गांव के उप मुखिया जेम्स बूढ को पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा सभा स्थल तक घसीट कर दूर ले जाकर पहले तो लाठी डंडे से पीट पीट कर अधमरा कर दिया और उसके बाद सर धड़ से अलग कर निर्मम हत्या कर दी। नाथूराम ने बताया कि पत्थलगड़ी समर्थक भाई जेम्स बूढ के अन्य 6 सहयोगियों को भी जो पत्थलगड़ी के विरोध किया करते थे उन्हें भी समर्थकों ने मौत के घाट उतार दिया।

घटना के बाद नाथूराम बूढ ने अपने परिवार वालों बच्चों के साथ जंगल में भागकर अपनी और अपने परिवार की जान बचाई वही मामला संभलते देख कर घर वापस लौटा।




Conclusion:किसी राज्य की सरकार बदलती है तो उसकी नीति एवं सिद्धांत बदल जाते हैं कुछ ऐसा ही हुआ झारखंड में जब हेमंत सरकार की गठन हुई। तो प्राथमिकता देते हुए कैबिनेट मीटिंग के जरिए पत्थलगड़ी से जुड़े सभी मामलों को निष्क्रिय करते हुए लोगों से राजद्रोह का मामला उठा लिया गया। लेकिन इसके साथ ही पत्थलगड़ी समर्थकों का मनोबल फिर से ऊंचा हो गया और नतीजा यह हुआ कि 7 लोगों की निर्मम हत्या की घटना सामने आ गई। लेकिन सरकार के द्वारा इस घटना को आपसी रंजिश का रूप देकर पटाक्षेप करने की कोशिश की जा रही है। यह राज्य क्षेत्र के लिए काफी दुखद घटना है।
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