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चाईबासा के सारंडा में हो रही अफीम की खेती, प्रशासन हैरान

चाईबासा के जराइकेला के समठा कंपार्टमेंट एक के लगभग दो एकड़ जमीन में स्थानीय और अन्य बाहरी लोगों की मिलीभगत से अफीम की खेती की जा रही है. जिसके बाद वन विभाग ने पुलिस अधीक्षक चंदन झा से मदद ली और संयुक्त अभियान चलाकर सारंडा के दो एकड़ में लगे अफीम की खेती को नष्ट किया गया.

अफीम की खेती को किया गया नष्ट
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Published : Feb 26, 2019, 11:47 AM IST

Updated : Feb 26, 2019, 12:02 PM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के घोर नक्सल प्रभावित इलाका सारंडा के जराइकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलवारी समठा कंपार्टमेंट एक में लगभग दो एकड़ में लगी अफीम की खेती को नष्ट किया गया है. वन विभाग एवं जिला पुलिस बल ने संयुक्त अभियान चलाकर इसे नष्ट किया.

अफीम की खेती को किया गया नष्ट

संयुक्त अभियान
इस अभियान में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. वन विभाग के पदाधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि जराइकेला के समठा कंपार्टमेंट एक के लगभग दो एकड़ जमीन में स्थानीय और अन्य बाहरी लोगों की मिलीभगत से अफीम की खेती की जा रही है. जिसके बाद वन विभाग ने पुलिस अधीक्षक चंदन झा से मदद ली और संयुक्त अभियान चलाकर सारंडा के दो एकड़ में लगे अफीम की खेती को नष्ट कर दिया.

अफीम की खेती को किया नष्ट
वन विभाग की मानें तो अफीम की खेती करने को लेकर स्थानीय लोगों की मदद के बिना अफीम की खेती कर पाना संभव नहीं है. यह पहली बार है कि सारंडा में अफीम की खेती करवाई जा रही थी. समय रहते इसकी जानकारी मिलते ही अफीम की खेती को नष्ट कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें- गोड्डा में महिलाओं से पिट गए BJP नेता, घटिया सड़क निर्माण से थे नाराज

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स्थानीय लोगों का भी है सहयोग
इधर, सारंडा डीएफओ रजनीश कुमार ने कहा कि सारंडा में अफीम की खेती करवाने में स्थानीय और पश्चिम बंगाल के लोगों का हाथ है. जिसकी जांच अभी चल रही है और स्थानीय लोगों की पहचान कर उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के घोर नक्सल प्रभावित इलाका सारंडा के जराइकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलवारी समठा कंपार्टमेंट एक में लगभग दो एकड़ में लगी अफीम की खेती को नष्ट किया गया है. वन विभाग एवं जिला पुलिस बल ने संयुक्त अभियान चलाकर इसे नष्ट किया.

अफीम की खेती को किया गया नष्ट

संयुक्त अभियान
इस अभियान में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. वन विभाग के पदाधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि जराइकेला के समठा कंपार्टमेंट एक के लगभग दो एकड़ जमीन में स्थानीय और अन्य बाहरी लोगों की मिलीभगत से अफीम की खेती की जा रही है. जिसके बाद वन विभाग ने पुलिस अधीक्षक चंदन झा से मदद ली और संयुक्त अभियान चलाकर सारंडा के दो एकड़ में लगे अफीम की खेती को नष्ट कर दिया.

अफीम की खेती को किया नष्ट
वन विभाग की मानें तो अफीम की खेती करने को लेकर स्थानीय लोगों की मदद के बिना अफीम की खेती कर पाना संभव नहीं है. यह पहली बार है कि सारंडा में अफीम की खेती करवाई जा रही थी. समय रहते इसकी जानकारी मिलते ही अफीम की खेती को नष्ट कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें- गोड्डा में महिलाओं से पिट गए BJP नेता, घटिया सड़क निर्माण से थे नाराज

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स्थानीय लोगों का भी है सहयोग
इधर, सारंडा डीएफओ रजनीश कुमार ने कहा कि सारंडा में अफीम की खेती करवाने में स्थानीय और पश्चिम बंगाल के लोगों का हाथ है. जिसकी जांच अभी चल रही है और स्थानीय लोगों की पहचान कर उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी.

Intro:नोट - इस समाचार के साथ डीएफओ की बाइट भेजी जा रही है और विजुअल मेल पर भेजी गई है।

चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के अत्यंत नक्सल प्रभावित इलाका सारंडा के जराईकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलवारी समठा कंपार्टमेंट 1 में लगभग 2 एकड़ में लगी अफीम की खेती को वन विभाग एवं जिला पुलिस बल ने संयुक्त अभियान चला कर नष्ट किया।


Body:इस अभियान में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वन विभाग के पदाधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि जराइकेला के समठा कंपार्टमेंट 1 के लगभग 2 एकड़ भूमि में स्थानीय व अन्य बाहरी लोगों की मिलीभगत से अफीम की खेती की जा रही है। जिसके बाद वन विभाग ने पुलिस अधीक्षक चंदन झा से मदद ली और संयुक्त अभियान चलाकर सारंडा के 2 एकड़ भूमि में लगे अफीम की खेती को नष्ट कर दिया ।

वन विभाग की माने तो अफीम की खेती करने को लेकर स्थानीय लोगों कि मदद करना है बिना उनकी मदद के अफीम की खेती कर पाना संभव नहीं है यह पहली बार है कि सारंडा में अफीम की खेती करवाई जा रही थी। समय रहते इसकी जानकारी मिलते ही अफीम खेती को नष्ट कर दिया गया है।



Conclusion:सारंडा डीएफओ रजनीश कुमार ने कहा कि सारंडा में अफीम की खेती आदि करवा कर बाहरी लोगों को अवैध तरीके से गांव बनाने का साजिश है। अभी तक जानकारी मिली है कि इस अफीम की खेती करवाने में स्थानीय कुछ लोग एवं पश्चिम बंगाल के लोगों का हाथ है जिसकी जांच अभी चल रही है और स्थानीय लोगों की पहचान कर उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।
Last Updated : Feb 26, 2019, 12:02 PM IST
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