चाईबासा: ईचा खरकई डैम निर्माण कार्य स्थगित कराने का आदेश जारी होने के बाद राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चुनाव के दौरान जनता से डैम निर्माण कार्य को लेकर किए गए वादों को याद दिलाते हुए ईचा खरकई डैम निर्माण कार्य पर रोक लगाने के आदेश को विस्थापितों को लॉलीपॉप पकड़ाने के जैसा बताया. उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन की औकात नहीं है कि डैम निर्माण कार्य को बंद करा सकें.
लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि बीजेपी का शासन काल लंबा रहा उसके बावजूद ईचा डैम निर्माण कार्य की शुरुआत नहीं की गई. परंतु 2013-14 में हेमंत सोरेन की सरकार बनते ही डैम निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान पश्चिम सिंहभूम जिले में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कई बार लोगों के समक्ष कहा कि अगर हमारी सरकार बनती है तो डैम निर्माण कार्य को रद्द करा दिया जाएगा, इसके साथ ही उन्होंने पारा शिक्षकों के मुद्दों को भी छेड़ते हुए कहा कि हेमंत सोरेन ने पारा शिक्षकों से भी वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो पारा शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी लेकिन उनकी सरकार बने लगभग 2 माह से अधिक बीत चुके हैं उसके बावजूद भी अब तक हेमंत सोरेन सरकार जनता से किए वादों को अब तक पूरा करने में असफल रही है.
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लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि सीएम ने चुनाव के दौरान राज्य की जनता को झूठे सपने और वादे कर वोट बटोरने का काम किया चाहे वह पारा शिक्षक का मामला हो या आंगनबाड़ी सेविका, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का मामला सभी में हेमंत सरकार ने झूठ और बरगला कर स्थानीय जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया है. लक्ष्मण गिलुवा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि डैम निर्माण कार्य को लेकर केंद्र सरकार की हस्तक्षेप नहीं है. हेमंत सरकार स्वतंत्र है. लेकिन राज्य की जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम हेमंत सरकार ना करें.