चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में अब भूख से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं होगी और ना ही गरीब तबके के लोगों को परेशान होना पड़ेगा. जिला प्रशासन ने जिले के गरीब तबकों के लोगों के लिए 'भूख निवारण खाद्य कोष' बनाई है. जिसके तहत जिले के सभी प्रखंडों में डिस्ट्रिक्ट में मिनिरल फंड से कुछ राशि आरक्षित कर रखी जायेगी, जिसके तहत जिले के तमाम प्रखंड विकास पदाधिकारियों को जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने सख्त इरादों के साथ कई दिशा-निर्देश भी दिए हैं.
पश्चिम सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने समाहरणालय स्थित सभागार में जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों के साथ घंटों बैठक कर यह निर्णय लिया है कि ऐसे लोगों को जिनको किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा लेकिन गरीब क्षेत्र में आते हैं वैसे लोगों को मुखिया के माध्यम से 1000 रुपये उनकी जरूरत की पूर्ति के लिए दिये जाएंगे. साथ ही उन्होनें कहा अगर किसी व्यक्ति को उनकी जरूरत की पूर्ति पूरी नहीं होती है तो प्रखंड विकास पदाधिकारी से संपर्क कर, चावल प्राप्त कर सकते हैं.
भूख निवारण खाद्य कोष के माध्यम से गरीब लोगों को खासकर वृद्धि एवं विधवा महिलाओं को इसका लाभ दिया जायेगा. जिला प्रशासन इसकी शुरुआत बहुत जल्द करेगी.
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जिला प्रशासन ने जिले के 12 हजार फर्जी राशनकार्ड धारियों को चिन्हित किया है जिसे बहुत जल्द कार्ड धारियों की सूची से नाम हटाकर योग्य कार्ड धारियों का नाम सूची में शामिल किया जा रहा है. इस दौरान जिला उपायुक्त आरवा राजकमल ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को जांच कर प्रतिवेदन जमा करने के आदेश दिए हैं.