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भूख लगी तो सड़े गले मुर्गे को जलाकर खाया, युवक को पहुंचाया गया अस्पताल - Novamundi Block

चाईबासा में एक अजीबो गरीब किस्सा देखने को मिला. जिसमें चार दिनों से जंगल में भूख से तड़प रहे एक विक्षिप्त युवक ने सड़े गले मुर्गे को अपना आहार बना लिया. इसकी जानकारी जब पुलिस को मिली तो पुलिस ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया.

Disabled Youth ate rotten chicken in Chaibasa
विक्षिप्त युवक
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Published : Feb 3, 2020, 9:47 PM IST

चाईबासा: पेट की आग बुझाने के लिए लोगों को कई प्रकार के काम करने पड़ते हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क के पास. जहां चार दिनों से जंगल में भूख से तड़प रहे एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को जब कुछ खाने को नहीं मिला तो वह मरे हुए सड़े गले मुर्गे को ही खाकर अपनी भूख मिटाई.

देखें पूरी खबर

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जानकारी के अनुसार युवक पिछले 4 दिनों से नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क मार्ग के किनारे जंगल में भूख से बेहाल था. तभी उसकी नजर जंगल में पड़े मरे हुए मुर्गे पर पड़ी जो काफी सड़ गई थी. युवक ने जंगल में ही आग जलाकर उस सड़े गले मुर्गे को जलाकर अपने पेट भरने के लिए अपना आहार बना लिया.

स्थानीय युवकों ने जब जंगल में आग जलाकर बैठे हुए इस युवक को देखा तो उससे पूछताछ की. बातचीत से पता चला युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है. स्थानीय युवको ने जब विक्षिप्त युवक से पूछताछ की तो उसने अपना पता बिहार मधुबनी जिले के ओसराहापुर का रहने वाला बताया.

ये भी पढ़ें-ट्रिपल मर्डर के आरोपी पुलिसवाले को जेल भेजने की तैयारी, बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज था ब्रजेश

इधर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने पर नोवामुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी समरेश प्रसाद भंडारी ने बड़ाजामदा ओपी प्रभारी को फोन कर विक्षिप्त को नोवामुंडी स्थित राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने का निर्देश दिया. जिसके बाद पुलिस ने उक्त विक्षिप्त युवक को राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया.

वहीं, चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ब्रज किशोर सिन्हा ने अस्पताल में युवक के स्वास्थ्य की जांच की. हालांकि डॉक्टर ने युवक के स्वस्थ होने की पुष्टि की है. फिलहाल युवक को चाईबासा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. डॉक्टर बीके सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा. उसके बाद उसी आधार पर इलाज कराया जाएगा.

चाईबासा: पेट की आग बुझाने के लिए लोगों को कई प्रकार के काम करने पड़ते हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क के पास. जहां चार दिनों से जंगल में भूख से तड़प रहे एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को जब कुछ खाने को नहीं मिला तो वह मरे हुए सड़े गले मुर्गे को ही खाकर अपनी भूख मिटाई.

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जानकारी के अनुसार युवक पिछले 4 दिनों से नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क मार्ग के किनारे जंगल में भूख से बेहाल था. तभी उसकी नजर जंगल में पड़े मरे हुए मुर्गे पर पड़ी जो काफी सड़ गई थी. युवक ने जंगल में ही आग जलाकर उस सड़े गले मुर्गे को जलाकर अपने पेट भरने के लिए अपना आहार बना लिया.

स्थानीय युवकों ने जब जंगल में आग जलाकर बैठे हुए इस युवक को देखा तो उससे पूछताछ की. बातचीत से पता चला युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है. स्थानीय युवको ने जब विक्षिप्त युवक से पूछताछ की तो उसने अपना पता बिहार मधुबनी जिले के ओसराहापुर का रहने वाला बताया.

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इधर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने पर नोवामुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी समरेश प्रसाद भंडारी ने बड़ाजामदा ओपी प्रभारी को फोन कर विक्षिप्त को नोवामुंडी स्थित राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने का निर्देश दिया. जिसके बाद पुलिस ने उक्त विक्षिप्त युवक को राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया.

वहीं, चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ब्रज किशोर सिन्हा ने अस्पताल में युवक के स्वास्थ्य की जांच की. हालांकि डॉक्टर ने युवक के स्वस्थ होने की पुष्टि की है. फिलहाल युवक को चाईबासा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. डॉक्टर बीके सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा. उसके बाद उसी आधार पर इलाज कराया जाएगा.

Intro:Note- वीडियो क्लिप एक्सक्लूसिव है।

चाईबासा। पेट की आग बुझाने के लिए लोगों को कई प्रकार के कार्य करने पड़ते हैं कुछ ऐसा ही देखने को मिला नोवामुंडी- बड़ाजामदा मुख्य सड़क मार्ग किनारे 4 दिनों से जंगल में भूख से तड़प रहे एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को जब कुछ खाने को नहीं मिला तो वह मरे हुए सड़े गले मुर्गे को ही खाकर अपनी भूख मिटाई।

Body:जानकारी के मुताबिक युवक पिछले 4 दिनों से नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क मार्ग के किनारे जंगल में भूख से बेहाल था तभी उसकी नजर जंगल में पड़े मरे हुए मुर्गे पर पड़ी जो काफी सरल गई थी। युवक ने जंगल में ही आग जलाकर उस सड़े गले मुर्गे को जलाकर अपने पेट भरने के लिए अपना आहार बना लिया।

स्थानीय युवकों ने जब जंगल में आग जलाकर बैठे हुए देखाने से प्रतीत होता है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है और स्थानीय युवको ने जब विक्षिप्त युवक से पूछताछ की तो उसने अपना पता बिहार मधुबनी जिले के ओसराहापुर का रहने वाला है बताया। युवकों के द्वारा मुर्गा कहां से लाए जाने के पूछने जाने पर युवक ने कोई जवाब नहीं दिया।
इधर, सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने पर नोवामुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी समरेश प्रसाद भंडारी ने बड़ाजामदा ओपी प्रभारी को फोन कर विक्षिप्त को नोवामुंडी स्थित राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने के निर्देश दिया। जिसके बाद पुलिस ने उक्त विक्षिप्त युवक को राटागुटु सामुदायिक स्वस्थय केंद्र में भर्ती कराया गया। जंहा चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ब्रज किशोर सिन्हा द्वारा अस्पताल में स्वस्थय जांच किया है। चिकित्सा पदाधिकारी ने जांच के दौरान वीपी व प्लस सामान्य मिला। परंतु रोगी से बातचीत करने वह उसकी तौर तरीके पूरी तरह से विक्षिप्त रोगियों की तरह हरकत कर रहा था। इसी को लेकर सोमवार शाम लगभग 6.30 बजे उसे बेहतर इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस से चाईबासा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

डॉक्टर बीके सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल में स्वस्थय जांच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा। उसके बाद उसी आधार पर चिकित्सा कराया जाएगा।जरूरत पड़ने परु रांची रिम्स में भेजा जा सकता है। उससे पूछताछ करने पर वह अपने को बिहार के मधुबनी जिले के ओसराहपुर के रहने वाले नाम जेबा मंडल बता रहा था। वह पिछले कई महीने से नोवामुंडी व बड़ाजामदा इलाके में भटक रहा था।Conclusion:
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