चाईबासा: पेट की आग बुझाने के लिए लोगों को कई प्रकार के काम करने पड़ते हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क के पास. जहां चार दिनों से जंगल में भूख से तड़प रहे एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को जब कुछ खाने को नहीं मिला तो वह मरे हुए सड़े गले मुर्गे को ही खाकर अपनी भूख मिटाई.
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जानकारी के अनुसार युवक पिछले 4 दिनों से नोवामुंडी बड़ाजामदा मुख्य सड़क मार्ग के किनारे जंगल में भूख से बेहाल था. तभी उसकी नजर जंगल में पड़े मरे हुए मुर्गे पर पड़ी जो काफी सड़ गई थी. युवक ने जंगल में ही आग जलाकर उस सड़े गले मुर्गे को जलाकर अपने पेट भरने के लिए अपना आहार बना लिया.
स्थानीय युवकों ने जब जंगल में आग जलाकर बैठे हुए इस युवक को देखा तो उससे पूछताछ की. बातचीत से पता चला युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है. स्थानीय युवको ने जब विक्षिप्त युवक से पूछताछ की तो उसने अपना पता बिहार मधुबनी जिले के ओसराहापुर का रहने वाला बताया.
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इधर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने पर नोवामुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी समरेश प्रसाद भंडारी ने बड़ाजामदा ओपी प्रभारी को फोन कर विक्षिप्त को नोवामुंडी स्थित राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने का निर्देश दिया. जिसके बाद पुलिस ने उक्त विक्षिप्त युवक को राटागुटु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया.
वहीं, चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर ब्रज किशोर सिन्हा ने अस्पताल में युवक के स्वास्थ्य की जांच की. हालांकि डॉक्टर ने युवक के स्वस्थ होने की पुष्टि की है. फिलहाल युवक को चाईबासा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. डॉक्टर बीके सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा. उसके बाद उसी आधार पर इलाज कराया जाएगा.