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देवेंद्र मांझी की 25वीं पुण्यतिथि पर पहुंचे जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन, कहा- जल, जंगल और जमीन हमारी पहचान

पश्चिम सिंहभूम के गोइलकेरा में देवेंद्र मांझी की 25वीं पुण्यतिथि पर जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने लोगों से शिक्षा प्राप्त करने की अपील की और कहा कि जल, जंगल और जमीन हमारी पहचान है, इसलिए इनकी रक्षा बेहद जरूरी है.

मंच पर मौजूद शिबू सोरेन
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Published : Oct 15, 2019, 10:30 AM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम के गोइलकेरा हाटबाजार मैदान में जल, जंगल और जमीन आंदोलन के प्रणेता शहीद देवेंद्र मांझी की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. उन्होंने सभा में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि जल, जंगल और जमीन हमारी पहचान है.

देखें पूरी खबर

जल, जंगल और जमीन का रक्षा का संकल्प
शिबू सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जेएमएम ने आदिवासी मूलवासियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष किया और झारखंड अलग राज्य का निर्माण कराया. स्थानीय लोगों, आदिवासियों और मूलवासियों की भावनाओं को समझकर ही राज्य का विकास हो सकता है. राज्य की खनिज संपदा को किसी को भी लूटने नहीं देंगे. शिबू सोरेन ने कहा कि गरीब आदिवासियों के जीवन में बदलाव के लिए उन्हें शिक्षित और जागरूक किया जाना सबसे जरूरी है. इसलिए हर मां-बाप चाहे वह अमीर हो या गरीब अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दें.

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जेएमएम नेताओं के निशाने पर सीएम
दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने स्मारक स्थल पर शहीद देवेंद्र मांझी को श्रद्धांजलि दी. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास जेएमएम नेताओं के निशाने पर रहे. उन्होंने राज्य के मुखिया रघुवर दास को बाहरी करार दिया. चक्रधरपुर के विधायक शशिभूषण सामड ने कहा कि मुख्यमंत्री बेशर्मों की तरह जन आर्शीवाद यात्रा कर रहे हैं. जबकि उन्होंने एक भी ऐसा काम नहीं किया है, जिस पर जनता उन्हें आशीर्वाद दे. झारखंड अलग राज्य स्थानीय लोगों के विकास के लिए बना है, लेकिन रघुवर दास की कृपा से यहां बाहरी राज कर रहे हैं. उन्होंने आजसू को बीजेपी की बी टीम करार दिया.

वादे पूरे नहीं किये और चले आए वोट मांगने
चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि चुनाव के पहले से ही मुख्यमंत्री लोगों को आशीर्वाद देने बोल रहे हैं. हर गली-मुहल्ले में दारू की दुकान खुलवाने वाले मुख्यमंत्री जेएमएम पर आदिवासियों को शराब पिलाने का आरोप लगाते हैं. उन्होंने कहा कि सीएम सबसे बड़े धोखेबाज हैं. उन्होंने कहा था कि दिसंबर 2018 तक 24 घंटे बिजली नहीं दे पाया तो वोट नहीं मांगेंगे, यह वादा तो पूरा नहीं हुआ वे वोट मांगने पहुंच गए.

ये भी पढे़ं- शहीद संतोष गोप का पार्थिव शरीर लाया गया रांची, राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि

झूठा ढोल पीट रही रघुवर सरकार
मनोहरपुर की विधायक जोबा मांझी ने कहा कि रघुवर सरकार विकास का झूठा ढोल पीट रही है. मनोहरपुर में आईटीआई का निर्माण हुए कई बरस बीत गए, इसे चालू कराने के लिए मैंने कई बार मुख्यमंत्री से मांग की लेकिन वे टालते रहे. जहां से जेएमएम के विधायक हैं उन क्षेत्रों में पक्षपात किया जाता है. सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि हार के डर से रघुवर दास दिशोम गुरू और हेमंत सोरेन को गाली देते हैं, यह उनकी हताशा बयां कर रही है. सोरेन परिवार पर जमीन खरीदने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है. जबकि शिबू सोरेन ने ही महाजनों से गरीबों की हजारों एकड़ जमीन मुक्त करा उन्हें वापस दिलाई थी.

जोबा को उपहार में दिए कपड़े और चावल
दिवंगत नेता देवेंद्र माझी की श्रद्धांजलि सभा में प्रत्येक साल सामाजिक परंपरा की झलक देखी जाती है. कार्यक्रम में आने वाले दूर दराज के ग्रामीण आज भी विधायक जोबा मांझी को उपहार में कपड़े और चावल देते हैं. यह रस्म पिछले 24 सालों से निभाई जा रही है, जोबा भले ही एक जनप्रतिनिधि हैं लेकिन ग्रामीणों की नजर में वह आज भी उनके प्रिय नेता देवेंद्र मांझी की पत्नी हैं. विधायक जोबा मांझी भी ग्रामीणों से मिले उपहार को सहर्ष स्वीकार करती हैं.

श्रद्धांजलि के लिए बलि देने की प्रथा
देवेंद्र मांझी के स्मारक स्थल पर पशुओं की बलि देने की प्रथा भी है. ग्रामीण यहां देउरी के नेतृत्व में भेड़, बकरी और मुर्गे की बलि देते हैं. पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार यह सब किया जाता है. गोइलकेरा में सोमवार को देवेंद्र मांझी के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद ग्रामीणों ने पशुओं की बलि दी.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम के गोइलकेरा हाटबाजार मैदान में जल, जंगल और जमीन आंदोलन के प्रणेता शहीद देवेंद्र मांझी की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. उन्होंने सभा में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि जल, जंगल और जमीन हमारी पहचान है.

देखें पूरी खबर

जल, जंगल और जमीन का रक्षा का संकल्प
शिबू सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जेएमएम ने आदिवासी मूलवासियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष किया और झारखंड अलग राज्य का निर्माण कराया. स्थानीय लोगों, आदिवासियों और मूलवासियों की भावनाओं को समझकर ही राज्य का विकास हो सकता है. राज्य की खनिज संपदा को किसी को भी लूटने नहीं देंगे. शिबू सोरेन ने कहा कि गरीब आदिवासियों के जीवन में बदलाव के लिए उन्हें शिक्षित और जागरूक किया जाना सबसे जरूरी है. इसलिए हर मां-बाप चाहे वह अमीर हो या गरीब अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दें.

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जेएमएम नेताओं के निशाने पर सीएम
दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने स्मारक स्थल पर शहीद देवेंद्र मांझी को श्रद्धांजलि दी. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास जेएमएम नेताओं के निशाने पर रहे. उन्होंने राज्य के मुखिया रघुवर दास को बाहरी करार दिया. चक्रधरपुर के विधायक शशिभूषण सामड ने कहा कि मुख्यमंत्री बेशर्मों की तरह जन आर्शीवाद यात्रा कर रहे हैं. जबकि उन्होंने एक भी ऐसा काम नहीं किया है, जिस पर जनता उन्हें आशीर्वाद दे. झारखंड अलग राज्य स्थानीय लोगों के विकास के लिए बना है, लेकिन रघुवर दास की कृपा से यहां बाहरी राज कर रहे हैं. उन्होंने आजसू को बीजेपी की बी टीम करार दिया.

वादे पूरे नहीं किये और चले आए वोट मांगने
चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि चुनाव के पहले से ही मुख्यमंत्री लोगों को आशीर्वाद देने बोल रहे हैं. हर गली-मुहल्ले में दारू की दुकान खुलवाने वाले मुख्यमंत्री जेएमएम पर आदिवासियों को शराब पिलाने का आरोप लगाते हैं. उन्होंने कहा कि सीएम सबसे बड़े धोखेबाज हैं. उन्होंने कहा था कि दिसंबर 2018 तक 24 घंटे बिजली नहीं दे पाया तो वोट नहीं मांगेंगे, यह वादा तो पूरा नहीं हुआ वे वोट मांगने पहुंच गए.

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झूठा ढोल पीट रही रघुवर सरकार
मनोहरपुर की विधायक जोबा मांझी ने कहा कि रघुवर सरकार विकास का झूठा ढोल पीट रही है. मनोहरपुर में आईटीआई का निर्माण हुए कई बरस बीत गए, इसे चालू कराने के लिए मैंने कई बार मुख्यमंत्री से मांग की लेकिन वे टालते रहे. जहां से जेएमएम के विधायक हैं उन क्षेत्रों में पक्षपात किया जाता है. सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि हार के डर से रघुवर दास दिशोम गुरू और हेमंत सोरेन को गाली देते हैं, यह उनकी हताशा बयां कर रही है. सोरेन परिवार पर जमीन खरीदने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है. जबकि शिबू सोरेन ने ही महाजनों से गरीबों की हजारों एकड़ जमीन मुक्त करा उन्हें वापस दिलाई थी.

जोबा को उपहार में दिए कपड़े और चावल
दिवंगत नेता देवेंद्र माझी की श्रद्धांजलि सभा में प्रत्येक साल सामाजिक परंपरा की झलक देखी जाती है. कार्यक्रम में आने वाले दूर दराज के ग्रामीण आज भी विधायक जोबा मांझी को उपहार में कपड़े और चावल देते हैं. यह रस्म पिछले 24 सालों से निभाई जा रही है, जोबा भले ही एक जनप्रतिनिधि हैं लेकिन ग्रामीणों की नजर में वह आज भी उनके प्रिय नेता देवेंद्र मांझी की पत्नी हैं. विधायक जोबा मांझी भी ग्रामीणों से मिले उपहार को सहर्ष स्वीकार करती हैं.

श्रद्धांजलि के लिए बलि देने की प्रथा
देवेंद्र मांझी के स्मारक स्थल पर पशुओं की बलि देने की प्रथा भी है. ग्रामीण यहां देउरी के नेतृत्व में भेड़, बकरी और मुर्गे की बलि देते हैं. पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार यह सब किया जाता है. गोइलकेरा में सोमवार को देवेंद्र मांझी के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद ग्रामीणों ने पशुओं की बलि दी.

Intro:चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के गोइलकेरा हाटबाजार मैदान में जल, जंगल व जमीन आंदोलन के प्रणेता शहीद देवेन्द्र माझी की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे।

Body:उन्होंने सभा में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि जल, जंगल व जमीन हमारी पहचान है। इसकी रक्षा करें। झामुमो ने आदिवासी मूलवासियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष किया और झारखंड अलग राज्य का निर्माण कराया। स्थानीय लोगों, आदिवासियों व मूलवासियों की भावनाओं को समझकर ही राज्य का विकास हो सकता है। राज्य की खनिज संपदा को किसी को भी लूटने नहीं देंगे। शिबू सोरेन ने कहा कि गरीब आदिवासियों के जीवन में बदलाव के लिए उन्हें शिक्षित व जागरूक किया जाना सबसे जरूरी है। इसलिए हर मां बाप चाहे वह अमीर हो या गरीब अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दें। सभी लोगों को वृक्ष व जंगल को बचाने के साथ ही आदिवासी समाज जीवित रहेगें। सभा में पहुंचे दिशुम गुरू ने स्मारक स्थल पर शहीद देवेन्द्र माझी को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में सतारूढ भाजपा व राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास झामुमो नेताओं के निशाने पर रहे। राज्य के मुखिया रघुवर दास को झामुमो नेताओं ने बाहरी करार दिया।

चक्रधरपुर के विधायक शशिभूषण सामड ने कहा कि मुख्यमंत्री बेशर्मों की तरह जनआर्शीवाद यात्रा कार्यक्रम कर रहे हैं। जबकि उन्होंने एक भी ऐसा काम नहीं किया है, जिसपर जनता उन्हें आर्शीवाद दे। झारखंड अलग राज्य स्थानीय लोगों के विकास के लिए बना है, लेकिन रघुवर दास की कृपा से यहां बाहरी राज कर रहे हैं। उन्होंने आजसू को भाजपा की बी टीम करार दिया। साथ ही उपस्थित लोगों को भाजपा व आजसू पार्टी से सावधान रहने को कहा। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री को गांजा पीकर फैसला लेने वाला बताया।

वादा पूरा किये नही और चले आए वोट मांगने -
चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि वोट आने से पूर्व ही मुख्यमंत्री लोगों आशीर्वाद देने को बोल रहे हैं। हर गली मुहल्ले में दारू की दुकान खुलवाने वाले मुख्यमंत्री झामुमो पर आदिवासियों को शराब पिलाने का आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि सीएम सबसे बडे धोखेबाज हैं। उन्होंने कहा था कि दिसंबर 2018 तक 24 घंटे बिजली नहीं दे पाया तो वोट नहीं मांगेंगे। यह वादा तो पूरा नहीं हुआ वे वोट मांगने पहुंच गए। इसी तरह उनकी सभी योजनाओं का हाल है।

झूठा ढोल पीट रही रघुवर सरकार-
मनोहरपुर की विधायक जोबा माझी ने कहा कि रघुवर सरकार विकास का झूठा ढोल पीट रही है। मनोहरपुर में आईटीआई का निर्माण हुए कई बरस बीत गए। इसे चालू कराने के लिए मैंने कई बार मुख्यमंत्री से मांग की। लेकिन वे टालते रहे। जहां से झामुमो के विधायक हैं उन क्षेत्रों में पक्षपात किया जाता है। गोइलकेरा से गुदडी सेरेंगदा पथ का निर्माण जानबूझकर नहीं कराया जा रहा। सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि हार के डर से रघुवर दास दिषोम गुरू व हेमंत सोरेन को गाली देते हैं। यह उनकी हताशा बयान कर रहा है। सोरेन परिवार पर जमीन खरीदने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। जबकि शिबू सोरेन ने ही महाजनों से गरीबों की हजारों एकड जमीन मुक्त करा उन्हें वापस दिलाई थी। मौके पर पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा, दीपक प्रधान, अकबर खान, गणेष बोदरा, आईलीना बरजो, हरीष बोदरा, मरियम चेरोवा, सोमवारी बहान्दा, दिनेष गुप्ता, दिनेष हांसदा, वन बिहारी प्रधान आदि उपस्थित थे।

जोबा को उपहार में दिए कपडे व चावल-
दिवंगत नेता देवेन्द्र माझी की श्रद्धांजलि सभा में प्रत्येक साल सामाजिक परंपरा की झलक दिख जाती है। कार्यक्रम में आने वाले दूर दराज के ग्रामीण आज भी विधायक जोबा माझी को उपहार में कपडे, चावल व पैसे देते हैं। यह रस्म पिछले 24 सालों से निभाई जा रही है। जोबा भले ही एक जनप्रतिनिधि हैं लेकिन ग्रामीणों की नजर में वह आज भी उनके प्रिय नेता देवेन्द्र माझी की विधवा हैं। समाज की परंपरा के अनुसार उनकी मदद करना लोग अपना कर्तव्य समझते हैं। इसलिए देवेन्द्र माझी की पुण्य तिथि पर उन्हें उपहार में कपडे, अनाज व सामर्थ्य के अनुसार पैसे भी दिए जाते हैं। यह नेता के प्रति उनके भावनात्मक लगाव को दर्षाता है। विधायक जोबा माझी भी ग्रामीणों से मिले उपहार को सहर्ष स्वीकार करती हैं।

श्रद्धांजलि के लिए बलि देने की प्रथा-
देवन्द्र माझी के स्मारक स्थल पर पशुओं की बलि देने की प्रथा भी है। ग्रामीण यहां देउरी के नेतृत्व में भेड, बकरी व मुर्गे की बलि देते हैं। पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार यह सब किया जाता है। गोइलकेरा में सोमवार को जोबा माझी द्वारा शहीद देवेन्द्र माझी को के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद ग्रामीणों द्वारा पशुओं की बलि दी गई।

सुरक्षा रही चुस्त दुरूस्त-
श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस व प्रशासन द्वारा पूरे गोइलकेरा में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए। सभा स्थल पर दंडाधिकारियों के साथ भारी तादाद मे पुलिस बल की तैनाती रही। इसके अलावा गोइलकेरा के इंदिरा चौक, मस्जिद चौक व रेलवे स्टेषन में भी फोर्स तैनात किए गए। बीडीओ सुधीर प्रकाश थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह कार्यकम स्थल पर सुरक्षा का जायजा लेते रहे।

नाचते गाते पहुंचे समर्थक-
कार्यक्रम में लोगों का आना शनिवार से ही आरंभ हो गया था। जिले के अनेक इलाकों से लोग श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे थे। सोमवार सुबह से जोबा समर्थक व झामुमो कार्यकर्ता ढोल मांदर की थाप पर नाचते गाते कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने मस्जिद चौक में जोबा माझी की आगवानी की।Conclusion:
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