चाईबासा: झारखंड विधानसभा निर्वाचन 2019 के निमित्त पश्चिमी सिंहभूम जिले में बुधावार की शाम 3:00 बजे से प्रचार-प्रसार बंद हो गई. इस दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने पीसी कर कई जानकारियां दी है. डीसी ने बताया कि इस दौरान किसी भी राजनीतिक दल या कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार का कोई प्रचार-प्रसार नहीं कर सकता, अगर ऐसा कोई करते हुए पाया जाता है तो उस पर भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धारा के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
उपायुक्त ने बताया कि वैसे व्यक्ति जो बिना किसी वजह से जिले में उपस्थित हैं वह सभी जिला छोड़ दें. उपायुक्त ने कहा कि मतदान के पहले 21 कल्सटर 125 मतदान केंद्रों पर नियुक्त मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उनके निर्धारित कल्सटर में भेजा गया है और इन मतदान केंद्रों सहित 3 विधानसभा क्षेत्र के 733 मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों को रवाना किया गया है.
वेबकास्टिंग के माध्यम से रखी जाएगी निगरानी
बताया गया कि चुनाव संचालन को लेकर जिले में कुल 1284 मतदान केंद्र 5 विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आते हैं. इनमें से 354 मतदान केंद्रों पर मतदान के दौरान टोकन के माध्यम से मतदाताओं को बैठने की व्यवस्था की गई है. 52 चाईबासा विधानसभा क्षेत्र के सभी 284 बूथों पर नवाचार के तहत बूथ एप्लीकेशन का प्रयोग किया जा रहा है. 321 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है जिसके लिए जिला समाहरणालय मे एक कंट्रोल रूम का गठन किया गया है.
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सभी बूथों पर सुरक्षाबल तैनात किए गए
इस दौरान एसपी इन्द्रजीत महथा भी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान की गई कार्रवाई जब किए गए. 277 चुनाव कर्मियों को अति नक्सल प्रभावित बूथों के लिए भेजा गए हैं. नशीला पदार्थ गांजा आदि के बारे में जानकारी दी गई. सभी बूथों में प्राप्त बल में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. भयमुक्त वातावरण में लोगों से वोट डालने की अपील भी की गई.