बोकारो: जहां चाह, वहां राह. इस कहावत का सच कर दिखाया है अमित मिश्रा ने. हजारीबाग के रहने वाले अमित बोकारो में गाड़ियों की साफ-सफाई और मरम्मत का काम करते हैं. उन्होंने अपनी सूझबूझ से बेहद कम लागत में आमदनी बढ़ाने का तरीका अपनाया है. वीडियो में आप पूरी खबर देख सकते हैं.
अमित मिश्रा लंबे समय तक गैरेज में काम करते थे. अब उनका अपना रोजगार है. वे अपने काम के खुद मालिक हैं. उन्होंने बदलते समय में नई सोच की नई दुकान खोली है. अमित ने एक साइकिल पर अपना गैराज बनाया है और घूम घूम कर गाड़ियों की सफाई करते हैं.
रोजाना ₹ 700 की कमाई
अमित लोगों को घर पहुंच सेवा देते हैं और रोजाना 500 से 700 रुपए तक की कमाई करते हैं. उन्होंने अपनी साइकिल पर एक रेट चार्ट लगा रखी है, साथ ही उनका मोबाइल नंबर भी है. कॉल आते ही वे ग्राहक के घर सर्विस देने पहुंच जाते हैं. अमित ने बताया कि पहले बमुश्किल 100-200 रुपए की कमाई होती थी और परिवार चलाना मुश्किल था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ली प्रेरणा
अमित मिश्रा के अनुसार एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टार्टअप वाली बात सुनी और उसी दिन अपना काम करने का मन बनाया. पूंजी नहीं थी तो अपनी साइकिल को ही रोजगार का साधन बना लिया. साइकिल पर दो पुरानी डीक्की को सेट किया. एक बोर्ड लगाया, साफ सफाई का साजो सामान रखा और काम शुरू कर दिया. काम में अंधेरा बाधक न बने इसलिए इसमें सोलर लाइट भी लगाया गया है.
अमित अब अपने नए रोजगार के साथ खुश हैं. अमित का हौसला उन लोगों के लिए सबक है जो अपनी नाकामी के लिए सिस्टम को दोषी ठहराते हैं या अभाव का रोना रोते हैं.