बोकारो: जिले के राधानगर गांव में अचानक घर की छत टूट कर गिरने लगी. छत गिरने की आवाज इतनी तेज थी आसपास के लोग जमा हो गए और घर में फंसे लोगों को निकाला. इस हादसे से गाड़ी समेत कई सामान क्षतिग्रस्त हो गया और अब उनके पास रहने के लिए घर नहीं है. पूरा परिवार आंगनबाड़ी में जाकर रह रहा है. यहां तक कि प्रधानमंत्री आवास तक का लाभ नहीं मिला है.
जानकारी के अनुसार, राधानगर गांव के रहने वाले चंडी सरकार सालों पुराने एक घर में अपने परिवार के साथ रहते हैं. इसमें परिवार के मुखिया और उसका बेटा मजदूरी का काम करता है. प्रधानमंत्री आवास के लिए स्थानीय मुखिया को दो साल पहले ही आवेदन दिया गया था, लेकिन अभी तक इस गरीब को मकान नसीब नहीं हुआ. हालत यह हो गई कि हल्की सी बारिश में पुराने मकान की छत टूट कर गिर गई और घर में रखे सामान दबकर नष्ट हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से इस परिवार को फिलहाल आंगनबाड़ी केंद्र में रखा गया है.
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गरीबों की रहनुमाई करने का दावा करने वाली ये सरकारें आखिर इस गरीब परिवार को क्या मदद कर पाएगी क्योंकि 2011 में हुए जनगणना सूची में इस परिवार का नाम शामिल नहीं है. जिस कारण उन्हें प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल पाया है.