बोकारो: विरोधियों की ओर से दसवीं पास शिक्षा मंत्री कहे जाने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इंटर की पढ़ाई पूरी करने की ठान ली है. इसी को लेकर सोमवार को जगरनाथ महतो नावाडीह के देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय आर्ट्स में 11वीं में अपना नामांकन करवाया है.
इस दौरान खुद शिक्षा मंत्री छात्रों के साथ लाइन में लगकर अपना दाखिला कराया. शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने 1995 में नेहरू उच्च विद्यालय तेलो से मैट्रिक की परीक्षा सेकंड डिवीजन से पास किया था. उसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी. उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से दसवीं पास शिक्षा मंत्री बोले जाने को उन्होंने चुनौती के रूप में लिया है. विपक्ष के नेताओं को करारा जवाब देने के उद्देश्य से 11वीं में एडमिशन लिया है. उन्होंने कहा कि वह खुद भी पढ़ेंगे और बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का भी काम करेंगे.
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क्या बच्चों के साथ क्लास करने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि वो अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए क्लास भी करेंगे. उन्होंने कहा कि वो केवल 4 घंटे सोते हैं. बचे हुए समय में वो मंत्रालय संभालेंगे, पढ़ाई करेंगे और साथ ही खेती भी करेंगे. इस दौरान मंत्री ने कहा कि आज की व्यवस्था में मैं जब पढ़ाई करने आउंगा तो मुझे कई खामियां भी पता चलेगी और मंत्री होने के नाते मैं उन्हें सुधारने का काम करूंगा.
'शिक्षा ग्रहण के लिए कोई उम्र सीमा नहीं'
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है. उन्होंने बताया कि राज्य में 4,116 विद्यालयों को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने को लेकर उन्होंने फाइल में हस्ताक्षर कर दिया है. कोई भी छात्र पैसे के अभाव में पढ़ाई नहीं छोड़े इसी उद्देश्य से राज के टॉपर छात्रों को राशि देने की योजना बनी है.