बोकारो: जिले के गोमिया के टीकाहरा पंचायत के रहने वाले जीतन मांझी की 17 वर्षीय बेटी मीना कुमारी दिव्यांगता की बीमारी से लड़ते-लड़ते जंग हार गई. जिसकी मंगलवार रात कथित रूप से भूख से मौत हो गई है. इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को संज्ञान लेते हुए झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को ट्वीट कर जांच के लिए कहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को कहा कि उसने एक ऐसी घटना पर संज्ञान लिया है ,जिसमें झारखंड में कथित भूख के कारण एक दिव्यांग लड़की की मौत हो गई. आयोग ने झारखंड जनाधिकार महासभा द्वारा पोस्ट किए गए एक ट्वीट का जवाब दिया है.
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झारखंड जनाधिकार महासभा ने पहले ट्वीट किया था कि गोमिया के टिकरा में मीना मरांडी का परिवार दो दिनों से भूखा है. उनके पास राशन कार्ड नहीं है, कोई भोजन नहीं है. शारीरिक रूप से अक्षम बेटी अस्वस्थ है. उसे सहायता और चिकित्सा की आवश्यकता है.
इसी संगठन ने बाद में ट्विटर के माध्यम से सूचित किया कि दिव्यांग लड़की मीना की मौत हो गई है. वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थी, वह एक बेहद गरीब परिवार से थी और उनका कोई राशन कार्ड नहीं था. पिछले कुछ दिनों में उसकी सेहत खराब हो गई थी. ट्वीट में ये भी लिखा गया कि स्थानीय प्रशासन और पंचायत ने माता-पिता से एक आवेदन पर अंगूठे का निशान ले लिया है, जिसमें इस बात का जिक्र है कि उनकी बेटी की मौत भूख से नहीं हुई है.