बोकारो: राज्य सरकार ने तीसरे चरण का स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह यानी लॉकडाउन लगाया है. इसके तहत 16 मई से बिना ई-पास के गाड़ियों की आवाजाही नहीं हो सकती है. इसको लेकर पिंडराजोरा थाना क्षेत्र के बंगाल बॉर्डर पर सुबह से ही पुलिस और मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है. यहां बंगाल की ओर से बिना ई-पास आने वाले लोगों को वाहन सहित वापस कर दिया जा रहा है. इस दौरान पुलिस की गस्ती साफ देखी जा सकती है. थाना प्रभारी खुद बॉर्डर पर मुस्तैद नजर आ रहे हैं.
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संक्रमण को रोकने के लिए ठोस कदम
राज्य सरकार ने सभी बॉर्डर को सील करने का निर्देश दिया था. इसी आलोक में प. बंगाल से सटे इस बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया है. अगर कोई ठोस वजह नहीं है और ई-पास नहीं दिखा पाने पर लोगों को बैरंग वापस कर दिया जा रहा है. जिस प्रकार से सख्ती नजर आ रही है, कहा जा सकता है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए यह एक ठोस कारगर कदम है.
बिना ई-पास के झारखंड में प्रवेश की इजाजत नहीं
बॉर्डर पर तैनात मजिस्ट्रेट निमाई कुंभकार का कहना है कि बिना ई-पास के किसी को झारखंड में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है. हालांकि लोगों में अभी जागरुकता की कमी जरूर नजर आ रही है लेकिन सख्ती निरंतर बरकरार रहेगी.
थाना प्रभारी प्रभाकर मुंडा ने बताया कि बॉर्डर होने के कारण यहां सख्ती की जा रही है ताकि लोग झारखंड में प्रवेश नहीं करें. उन्होंने बताया कि बंगाल में भी पूरी तरह से लॉकडाउन है. ऐसे में इधर से भी बिना पास वालों को जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है.