ETV Bharat / business

पेट्रोल और ई-वाहनों पर जोर देगी ऑडी इंडिया

author img

By

Published : Aug 11, 2019, 2:20 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 3:38 PM IST

देश में वाहन उद्योग में नरमी को देखते हुए ऑडी इंडिया को आशंका है कि अगले साल भी बिक्री सुस्त रहेगी. कंपनी ने बीएस-6 को लागू किये जाने के बाद 2021 में ही मांग के गति पकड़ने की उम्मीद जाहिर की है.

पेट्रोल और ई-वाहनों पर जोर देगी ऑडी इंडिया

नई दिल्ली: लग्जरी कार निर्माता ऑडी भारत में अगले साल अप्रैल से लागू होने वाले बीएस-6 नियमों को देखते हुए देश में पेट्रोल, हाइब्रिड और बैटरी चालित वाहनों पर जोर दे रही है. कंपनी डीजल कारों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है.

देश में वाहन उद्योग में नरमी को देखते हुए ऑडी इंडिया को आशंका है कि अगले साल भी बिक्री सुस्त रहेगी. कंपनी ने बीएस-6 को लागू किये जाने के बाद 2021 में ही मांग के गति पकड़ने की उम्मीद जाहिर की है.

कंपनी अगले साल की शुरुआत में अपनी पहली पूरी तरह बैटरी चालित एसयूवी ई-ट्रॉन को बाजार में पेश करने की तैयारी कर रही है. सरकार की ओर से ई-वाहनों को बढ़ावा दिये जाने को देखते हुए कंपनी इस वाहन को लाने की तैयारी में है.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान के व्यापार निलंबन का नहीं पड़ेगा भारत की सेहत पर कोई फर्क, जानिए कारण

कंपनी के निवर्तमान क्षेत्रीय प्रमुख राहिल अंसारी ने कहा, "भारत में हम 2020 की शुरुआत तक ई-ट्रॉन पेश करना चाहते हैं...हमारा मानना है कि ना सिर्फ ई-ट्रॉन बल्कि हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन और पेट्रोल वाहन देश में ऑडी का मार्ग प्रशस्त करेंगे." उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में डीजल वाहनों की तुलना में पेट्रोल वाहनों की मांग में वृद्धि को स्पष्ट तौर पर महसूस किया है.

अंसारी ने कहा, "पहले पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत हुआ करती थी. इस साल पहले ही पेट्रोल वाहनों की हिस्सेदारी 35-40 प्रतिशत पर पहुंच गयी है. अगले साल हम पहली बार ऑडी इंडिया के इतिहास में पेट्रोल वाहनों की हिस्सेदारी डीजल वाहनों से अधिक होता हुआ देखेंगे."

नई दिल्ली: लग्जरी कार निर्माता ऑडी भारत में अगले साल अप्रैल से लागू होने वाले बीएस-6 नियमों को देखते हुए देश में पेट्रोल, हाइब्रिड और बैटरी चालित वाहनों पर जोर दे रही है. कंपनी डीजल कारों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है.

देश में वाहन उद्योग में नरमी को देखते हुए ऑडी इंडिया को आशंका है कि अगले साल भी बिक्री सुस्त रहेगी. कंपनी ने बीएस-6 को लागू किये जाने के बाद 2021 में ही मांग के गति पकड़ने की उम्मीद जाहिर की है.

कंपनी अगले साल की शुरुआत में अपनी पहली पूरी तरह बैटरी चालित एसयूवी ई-ट्रॉन को बाजार में पेश करने की तैयारी कर रही है. सरकार की ओर से ई-वाहनों को बढ़ावा दिये जाने को देखते हुए कंपनी इस वाहन को लाने की तैयारी में है.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान के व्यापार निलंबन का नहीं पड़ेगा भारत की सेहत पर कोई फर्क, जानिए कारण

कंपनी के निवर्तमान क्षेत्रीय प्रमुख राहिल अंसारी ने कहा, "भारत में हम 2020 की शुरुआत तक ई-ट्रॉन पेश करना चाहते हैं...हमारा मानना है कि ना सिर्फ ई-ट्रॉन बल्कि हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन और पेट्रोल वाहन देश में ऑडी का मार्ग प्रशस्त करेंगे." उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में डीजल वाहनों की तुलना में पेट्रोल वाहनों की मांग में वृद्धि को स्पष्ट तौर पर महसूस किया है.

अंसारी ने कहा, "पहले पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत हुआ करती थी. इस साल पहले ही पेट्रोल वाहनों की हिस्सेदारी 35-40 प्रतिशत पर पहुंच गयी है. अगले साल हम पहली बार ऑडी इंडिया के इतिहास में पेट्रोल वाहनों की हिस्सेदारी डीजल वाहनों से अधिक होता हुआ देखेंगे."

Intro:Body:

पेट्रोल और ई-वाहनों पर जोर देगी ऑडी इंडिया

नई दिल्ली: लग्जरी कार निर्माता ऑडी भारत में अगले साल अप्रैल से लागू होने वाले बीएस-6 नियमों को देखते हुए देश में पेट्रोल, हाइब्रिड और बैटरी चालित वाहनों पर जोर दे रही है. कंपनी डीजल कारों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है.

देश में वाहन उद्योग में नरमी को देखते हुए ऑडी इंडिया को आशंका है कि अगले साल भी बिक्री सुस्त रहेगी. कंपनी ने बीएस-6 को लागू किये जाने के बाद 2021 में ही मांग के गति पकड़ने की उम्मीद जाहिर की है.

कंपनी अगले साल की शुरुआत में अपनी पहली पूरी तरह बैटरी चालित एसयूवी ई-ट्रॉन को बाजार में पेश करने की तैयारी कर रही है. सरकार की ओर से ई-वाहनों को बढ़ावा दिये जाने को देखते हुए कंपनी इस वाहन को लाने की तैयारी में है.

कंपनी के निवर्तमान क्षेत्रीय प्रमुख राहिल अंसारी ने कहा, "भारत में हम 2020 की शुरुआत तक ई-ट्रॉन पेश करना चाहते हैं...हमारा मानना है कि ना सिर्फ ई-ट्रॉन बल्कि हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन और पेट्रोल वाहन देश में ऑडी का मार्ग प्रशस्त करेंगे." उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में डीजल वाहनों की तुलना में पेट्रोल वाहनों की मांग में वृद्धि को स्पष्ट तौर पर महसूस किया है.

अंसारी ने कहा, "पहले पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत हुआ करती थी. इस साल पहले ही पेट्रोल वाहनों की हिस्सेदारी 35-40 प्रतिशत पर पहुंच गयी है. अगले साल हम पहली बार ऑडी इंडिया के इतिहास में पेट्रोल वाहनों की हिस्सेदारी डीजल वाहनों से अधिक होता हुआ देखेंगे."

 


Conclusion:
Last Updated : Sep 26, 2019, 3:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.