गुमला: जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकवादी हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में गुमला के बसिया प्रखंड के फरसामा गांव के रहने वाले विजय सोरेंग भी शहीद हो गए थे. विजय सोरेंग ने जिस स्कूल में अपनी शिक्षा दीक्षा पूरी की थी, गुरुवार को उस स्कूल में विजय सोरेंग के शहादत की याद में CRPF की ओर शहीद की प्रतिमा का अनावरण किया गया.
शहीद विजय सोरेंग की प्रतिमा के अनावरण के साथ ही विद्यालय में उनके नाम की एक लाइब्रेरी की भी शुरुआत की गई. इस मौके पर सूबे के विधानसभा के स्पीकर डॉ दिनेश उरांव, सीआरपीएफ के आईजी संजय आनंद लाटकर के साथ शहीद विजय सोरेंग के माता, पिता, पत्नी, भाई और बच्चे शामिल हुए.
सीआरपीएफ की ओर से जिस तरह से शहीद विजय सोरेंग को सम्मान दिया गया. उसकी प्रशंसा स्थानीय ग्रामीण और उनके परिजन कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि जिस दिन विजय सोरेंग शहीद हुए थे. उस दिन पूरे गांव में मातम छा गया था. लेकिन आज बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि उनकी शहादत के बाद सीआरपीएफ की ओर से जिस स्कूल में विजय सोरेंग पढ़ें थे. वहां उनकी प्रतिमा लगाई गई है.
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वहीं, विजय सोरेंग के पिता ने बताया कि बेटा की शहादत पर आज फक्र महसूस कर रहा हूं. उसकी शहादत ने आज दुनिया भर में परिवार वालों के साथ-साथ गुमला का नाम हो रहा है. स्कूल में मेरे बेटे की प्रतिमा लगाई गई है. इससे यहां पढ़ने वाले बच्चों पर सकारात्मक असर होगा. बच्चे स्कूल आकर जब शहीद की प्रतिमा को देखेंगे तो उनके अंदर भी देश प्रेम का जज्बा जगेगा और वह आगे चलकर देश की सेवा में अपनी भूमिका निभाएंगे.
समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा के स्पीकर डॉक्टर दिनेश उरांव ने कहा कि शहीद विजय सोरेन की शहादत पर पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है. इसके साथ ही जिस तरह से सीआरपीएफ ने शहीद को सम्मान दिया है, उसके लिए सीआरपीएफ को बधाई.
सीआरपीएफ के आईजी संजय आनंद लाटकर ने कहा कि शहीदों को सम्मान में सीआरपीएफ हमेशा खड़ा है. शहीद परिजन के लिए सीआरपीएफ हर कदम उनका साथ देने के लिए उनके हर सुख-दुख में शामिल होने के लिए खड़ा है.