सरायकेला: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर जिला मुख्यालय स्थित जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में विभिन्न प्रखंडों से चुने गए कुल 22 शिक्षकों को सम्मानित किया गया. इस दौरान जिला शिक्षा अधीक्षक महमूद आलम ने एक सादे समारोह में कोरोना काल की पाबंदियों का अनुपालन करते हुए शिक्षकों को शाल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
ये भी पढ़ें-हेमंत कैबिनेट की बैठक आज, कोरोना से जंग जीतकर आए 2 मंत्री रहेंगे मौजूद
चयनित शिक्षकों को शुभकामना देते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले ऐसे शिक्षकों से सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है. जिला शिक्षा अधीक्षक ने शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि कोविड-19 वायरस से बचाव के लिए जारी पाबंदियों के बीच फिलहाल स्कूल बंद हैं. ऐसे में शिक्षकों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है. ई-कंटेंट और डिजिटल सामग्रियों के सहारे शिक्षकों को अब बच्चों तक पहुंच बनानी है, जहां भी दिक्कतें आएंगी. उनके अनुसमर्थन और अनुश्रवण के लिए एक कोर टीम बनाई गई है.
कार्यक्रम में उपस्थित एडीपीओ प्रकाश कुमार ने कहा कि शिक्षकों के त्याग और समर्पण के बिना सभ्य समाज की कल्पना नहीं की जा सकती. शिक्षक का एक ही लक्ष्य होता है अपने बच्चे का सर्वांगीण विकास, इस कार्य में ईमानदारी पूर्वक अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शिक्षकों को सम्मान देकर उनकी हौसला अफजाई कर हम दूसरों के लिए भी आदर्श स्थापित कर सकते हैं.
जिला शिक्षा अधीक्षक को पौधा भेंट किया गया
इसके पूर्व जिला के सभी चार स्टेट रिसोर्स पर्सन के जिला शिक्षा अधीक्षक को पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया, जिला स्तरीय सम्मान समारोह के इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रखंडों से आए हुए सभी 22 शिक्षकों ने हिस्सा लिया. इसके बाद पुरस्कार प्राप्त सभी शिक्षकों की एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए कई निर्णय लिए गए.
इनमें जिले के लिए ई-मैगजीन का प्रकाशन, डीजी साथ कार्यक्रम के अनुश्रवण, शिक्षा में इनोवेटिव आइडियाज का संकलन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन विचार विमर्श किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला प्रशिक्षण प्रभारी सिद्धेश्वर झा, स्टेट रिसोर्स पर्सन तरुण कुमार सिंह, स्टेट रिसोर्स पर्सन प्रभा शंकर मणि तिवारी, शंभू कुमार सिंह, मलिन कुमार महतो, अविनाश मिश्रा, गंगा सागर मंडल, मंगल सिंह बेसरा, बृजमोहन यादव, हरे राम झा, सुनीता महापुर, सरोज आचार्य, प्यारे लाल महतो, प्रदीप दास, सुधाकर ठाकुर, मलय कुमार मांझी, परमेश्वर महतो, मनजीत कौर समेत कई शिक्षक उपस्थित रहे.