रांची: राजधानी के सबसे बड़े न्यूक्लियस मॉल में पिछले दिनों 12 साल के पार्थिव की एस्केलेटर में फंसने और गिरने के कारण जान चली गई थी. इस हादसे के बाद से उसकी गर्भवती मां सदमे में थी. डॉक्टर ने अंदेशा जताया था कि प्रीमेच्योर डिलीवरी भी हो सकती है. लेकिन दुख और सदमे के भंवर के बीच से खुशी की खबर आई है. पार्थिव की मां दुर्गा देवी ने रांची के आर्मी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया है. वहीं न्यूक्लियस मॉल में जिस सुरक्षा चूक के कारण पार्थिव की जान गई थी, उस पर लीपापोती की कोशिश चल रही है.
न्यूक्लियस मॉल पर होगा PIL दायर
हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि इस मामले में जल्द ही एक पीआईएल भी दायर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि न्यूक्लियस मॉल का निर्माण नियमों को ताक पर रखकर किया गया है. उन्होंने इस बात का भी अंदेशा जताया कि इस मॉल के निर्माण में रांची के कई सफेदपोश के काले धन भी लगे हुए हैं.
सेना की गैरिसन टीम करेगी मॉल की जांच
अधिवक्ता ने कहा कि वो हाईकोर्ट से ईडी के द्वारा पूरे मामले की जांच कराने का अनुरोध करेंगे. साथ ही मॉल के निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच सेना की गैरिसन टीम से करवाएंगे.
गठित 4 सदस्य कमेटी ने की न्यूक्लियस मॉल की जांच
हादसे के बाद भी न्यूक्लियस मॉल में लगे एस्केलेटर की जांच करने के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित की गयी थी. जो शुक्रवार को न्यूक्लियस मॉल में जांच करने पहुंची. चार सदस्यीय टीम ने न्यूक्लियस मॉल में वहां लगे एस्केलेटर और लिफ्ट की जांच की, साथ ही मॉल की परिस्थितियों की जांच की.