रांची: मंगलवार को मूरी के हिंडाल्को में हुए घटना पर अब राजनीति शुरू हो गई है. विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रहा है. बुधवार को जेएमएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी और आजसू पर निशाना साधा है. जेएमएम का कहना है कि इस घटना को लेकर उसने सरकार को पहले ही अगाह किया था.
जेएमएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस घटना की पूरी जवाबदेही सरकार और उसकी सहयोगी पार्टी आजसू की है. जेएमएम ने सरकार से सवाल किया है कि आखिर एस सुदर्शन ग्रुप कौन है और इसका मालिक कौन है? जेएमएम ने कहा कि जब इस हिंडालको कंपनी के द्वारा दीवार और संबंधित केमिकल कुआं का निर्माण के लिए 135 करोड़ रुपए का टेंडर एस सुदर्शन ग्रुप को दिया था और उसके द्वारा लीपापोती का कार्य किया गया था उसने उस समय भी सरकार को अगाह किया था. जेएमएम ने घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की मांग मांग की है.
जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जेएमएम ने सदन से लेकर सड़क तक हिंडाल्को के द्वारा अनियमितता को लेकर संघर्ष किया और हर जगह सवाल उठाकर निर्माण कार्य में अनियमितता के बारे में बताया, लेकिन इसके बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हिंडाल्को के इस केमिकल वेस्ट प्रोजेक्ट में वहां काम कर रहे सैकड़ों लोगों की जान गई है क्योंकि पूरी तरह से यह केमिकल बेस्ट था. इस प्रोजेक्ट में बॉक्साइट को गला कर एल्यूमीनियम बनाने का कार्य किया जाता था, जिसमें यह प्रक्रिया पूरी तरह केमिकल से होकर गुजरता था. जिसमें इंसान तो दूर लोहे तक को भी पिघलाने की क्षमता है.
इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. इसमें आखिर किन-किन राजनीतिक दलों का हाथ है, आखिर एस सुदर्शन ग्रुप कौन है, इसका मालिक कौन है? पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. वहीं जेएमएम के पूर्व सिल्ली विधायक अमित महतो ने कहा कि हिंडालको की लापरवाही को लेकर सदन से लेकर सड़क तक आवाज उठाया गया, लेकिन हर बार उसे केवल निराशा मिली. हिंडाल्को के डायरेक्टर के द्वारा मुकदमे भी दर्ज कराए गए हैं. आज उस क्षेत्र में हिंडालको सिर्फ एस सुदर्शन ग्रुप को लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है.