जामताड़ा: इंडियन ऑयल कंपनी के साथ उपायुक्त ने बैठक की. सीएसआर के तहत इंडियन ऑयल कंपनी ने कुल 43 प्रभावित गांव में पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने का फैसला लिया है.
हल्दिया से बरौनी तक इंडियन ऑयल कंपनी की पाइप लाइन बिछाई गई है, जो जामताड़ा से होकर गुजरती है. जामताड़ा के कुल 43 गांव इससे प्रभावित हैं. प्रभावित गांव और आसपास के क्षेत्र में सीएसआर के तहत इंडियन ऑयल कंपनी ने पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का फैसला लिया है.
मंगलवार को जामताड़ा उपायुक्त के कार्यालय में इंडियन ऑयल कंपनी के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक बुलाई गई. जिसमें यह फैसला लिया गया कि प्रारंभिक तौर पर कंपनी ने कुल 7 गांव में ड्रिंकिंग वाटर सोलर सिस्टम के तहत करने का फैसला लिया है. जिससे प्रभावित गांव में पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा. इंडियन ऑयल कंपनी के डिप्टी मैनेजर सुरजीत सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इंडिया ऑयल कंपनी की जहां से पाइप गुजरती है, वहा सीएसआर के तहत काम करती है. इसी के तहत जामताड़ा जिले में जहां-जहां कंपनी की पाइप गुजरी है. उसके आसपास के क्षेत्र में विकास के लिए काम करेगी. उन्होंने बताया कि प्रारंभ में 7 गांव में पीने के पानी के लिए काम किया जाएगा.
उपायुक्त जटाशंकर चौधरी ने बताया कि इंडियन ऑयल कंपनी की जामताड़ा में 43 गांव से पाइपलाइन गुजरती हैं. सीएसआर के तहत कुल 43 गांव को लाभ मिलेगा. जिसमें ड्रिंकिंग वाटर सहित अन्य योजनाएं का काम किया जाएगा. जिससे सरकारी पैसे की बचत होगी.