रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में 30 जून को संथाल हूल दिवस मनाया जाएगा. इस संबंध में कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में बैठक आयोजित की गई. हूल दिवस मनाने को लेकर गठित टीम के साथ बैठक में कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गई, जिसमें अमर शहीद सिद्धू कान्हू, चांद भैरव की शहादत को याद करते हुए कई कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है.
हूल दिवस अंग्रेजों के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि हूल दिवस अंग्रेजों के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई की याद दिलाता है, जिसमें मातृभूमि की रक्षा के लिए 10 हजार लोगों ने अपनी शहादत दी थी. इतनी बड़ी शहादत को इतिहास में स्थान दिलाने के लिए गहन अध्ययन की जरूरत है.
साथ ही उन्होंने कहा कि सेमिनार में हूल दिवस के दौरान की स्थिति और वर्तमान स्थिति पर चर्चा की जाएगी और शहीदों के उद्देश्य को पूरा करने के लिए राज्य सरकार कितना काम कर पाई है, इस पर भी चर्चा की जाएगी. साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 50 से अधिक लोग कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे.
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कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में सेमिनार का आयोजन
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने हूल दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहले कांके रोड स्थित सिद्धू कान्हू पार्क में शहीद सिद्धू कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा. इसके बाद संथाल हूल क्रांति दिवस पर कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के निवृत इतिहास के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जोसफ बाड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता और झारखंड आदिवासी बुद्धिजीवी मंच की अध्यक्ष पीसी मुर्मू मुख्य रूप से शामिल होंगी, जो हूल क्रांति पर अपने विचार रखेंगे.