रांची: झारखंड में कोरोना के कहर को देखते हुए फिलहाल 21 सितंबर को सीनियर विद्यार्थियों का स्कूल भी नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है. पहले कहा जा रहा था कि विद्यार्थी परामर्श के लिए स्कूल आ सकता है लेकिन अब 30 सितंबर तक शिक्षण संस्थान बंद ही रहेंगी. मौजूदा हालात की समीक्षा करने के बाद ही कोई निर्णय सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से लिया जाएगा.
केंद्र सरकार के मानव संसाधन विभाग की ओर से यह कहा गया था कि 21 सितंबर से परामर्श के लिए सीनियर विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जाएंगे. विभिन्न राज्यों के साथ-साथ झारखंड ने भी इसे लेकर सहमति जताई थी लेकिन राज्य सरकार ने फिलहाल 30 सितंबर तक शिक्षण संस्थानों को खोले जाने को लेकर रोक लगा दी है.
अब झारखंड में दिन-ब-दिन कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है. हर दिन संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए फिलहाल झारखंड सरकार स्कूल खोलने के मूड में नहीं दिख रही है. हालांकि इसे लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से भी राय मशवरा किया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही सरकार स्कूल खोले जाने के फैसले पर सहमति दे सकती है. विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि फिलहाल मौजूदा हालत की समीक्षा की जाएगी उसके बाद ही कुछ उचित निर्णय लिया जा सकता है.
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रजिस्ट्रेशन कराने में झारखंड थर्ड पोजीशन पर
इधर, राज्य में इंस्पायर अवार्ड स्किम की गति और सभी जिलों में संचालित सीबीएसई,आईसीएसई, पब्लिक विद्यालय, निजी विद्यालय, यू डायस कोड धारित विद्यालयों को भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना इंस्पायर अवॉर्ड माणक स्कीम 2020 में विद्यार्थियों का इनोवेटिव आइडिया के साथ पंजीयन कराने को लेकर निर्देश जारी किया है. वर्ग 6 से 10 तक के 5 बच्चों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हर स्कूल को कराना है. इसी माह के अंत तक इसके लिए लक्ष्य रखा गया है. राष्ट्रव्यापी रजिस्ट्रेशन की तुलना में झारखंड राज्य राष्ट्रीय स्तर पर थर्ड पोजिशन पर है. प्रत्येक जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर तेजी लाने का निर्देश दिया गया है.