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सरायकेला: फर्जी तरीके से चलाया जा रहा था क्लीनीक, ड्रग इंस्पेक्टर ने टीम के साथ की छापेमारी - सरायकेला में क्लीनीक पर की गई छापेमारी

सरायकेला, खरसावां जिले में बुधवार को फर्जी तरीके से चल रहे क्लीनीक पर ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने छापेमारी की. फर्जी क्लीनिक का संचालन कई सालों से किया जा रहा था. वहीं, छापेमारी में पता चला कि एक झोलाछाप डॉक्टर हर तरह के मर्ज का इलाज कर रहा था.

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ड्रग इंस्पेक्टर ने की रेड
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Published : Jun 24, 2020, 10:23 PM IST

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत सालडीह बस्ती में बुधवार को गैर कानूनी रूप से संचालित हो रहे एक क्लिनिक का खुलासा किया गया. पॉल क्लीनिक के नाम से इलाके में पिछले कई सालों से इस फर्जी क्लीनिक का संचालन किया जा रहा था. जहां झोलाछाप डॉक्टर एसआर पॉल हर तरह की मर्ज का इलाज करते थे.

ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने की छापेमारी
सूचना के आधार पर ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम जैसे ही क्लीनिक में छापेमारी करने पहुंची, झोलाछाप डॉ. एस आर पॉल बीमारी का बहाना बनाकर बिस्तर पर चिपक गए. उधर क्लीनिक में छापेमारी के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. टीम ने डॉ. पॉल के आवास से लेकर क्लीनिक और कंपाउंडर सुजीत और विश्वजीत के घर को भी खंगाला. जहां से विभाग को बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेज और नकली दवाइयां मिली. इसके अलावा कई अहम जानकारियां भी विभाग को हाथ लगी है. डॉक्टर से क्लीनिकल स्टेबिलिस्टमेंट के आदेश की कॉपी की मांग की, जिसे झोलाछाप डॉक्टर नहीं दिखा सके.

इसे भी पढ़ें-जमशेदपुरः कोरोना वारियर्स का वीर खालसा दल ने किया सम्मान, 45 मेंबर्स हुए सम्मानित

इलाके के झोलाछाप डॉक्टरों में मचा हड़कंप
बताया जाता है कि किसी डॉक्टर हांसदा के नाम से क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट की अनुमति है, लेकिन दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया. वहीं विभागीय कार्रवाई के बाद इलाके के झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है. विभाग ने करीब 2 घंटे तक छापेमारी की और इस दौरान कई अहम दस्तावेज अपने साथ ले गई, साथ ही दवाइयों के सैंपल भी जब्त किये है.

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत सालडीह बस्ती में बुधवार को गैर कानूनी रूप से संचालित हो रहे एक क्लिनिक का खुलासा किया गया. पॉल क्लीनिक के नाम से इलाके में पिछले कई सालों से इस फर्जी क्लीनिक का संचालन किया जा रहा था. जहां झोलाछाप डॉक्टर एसआर पॉल हर तरह की मर्ज का इलाज करते थे.

ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने की छापेमारी
सूचना के आधार पर ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम जैसे ही क्लीनिक में छापेमारी करने पहुंची, झोलाछाप डॉ. एस आर पॉल बीमारी का बहाना बनाकर बिस्तर पर चिपक गए. उधर क्लीनिक में छापेमारी के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. टीम ने डॉ. पॉल के आवास से लेकर क्लीनिक और कंपाउंडर सुजीत और विश्वजीत के घर को भी खंगाला. जहां से विभाग को बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेज और नकली दवाइयां मिली. इसके अलावा कई अहम जानकारियां भी विभाग को हाथ लगी है. डॉक्टर से क्लीनिकल स्टेबिलिस्टमेंट के आदेश की कॉपी की मांग की, जिसे झोलाछाप डॉक्टर नहीं दिखा सके.

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इलाके के झोलाछाप डॉक्टरों में मचा हड़कंप
बताया जाता है कि किसी डॉक्टर हांसदा के नाम से क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट की अनुमति है, लेकिन दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया. वहीं विभागीय कार्रवाई के बाद इलाके के झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है. विभाग ने करीब 2 घंटे तक छापेमारी की और इस दौरान कई अहम दस्तावेज अपने साथ ले गई, साथ ही दवाइयों के सैंपल भी जब्त किये है.

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