रांचीः मांडर प्रखंड पहुंचकर डीडीसी अनन्य मित्तल ने विकास योजनाओं की मंगलवार को समीक्षा की. उन्होंने विशेष रूप से मनरेगा योजना की समीक्षा के क्रम में कम मानव दिवस सृजन के कारण मांडर, कैंबो, मलती पंचायत के ग्राम रोजगार सेवकों को स्पष्टीकरण का निर्देश दिया है.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी पंचायत लक्ष्य के अनुरूप प्रतिदिन मानव दिवस सृजन करें. उन्होंने कहा कि जिन मजदूरों का खाता पीएफएमएस से रिजेक्ट कर दिया गया है उसे 1 सप्ताह के अंदर सुधार कर एमआईएस में फ्रीज करें. डीडीसी ने कहा कि प्रत्येक टोला में एक-एक सोकपिट और कंपोस्ट पिट की योजना और प्रत्येक पंचायत में 5 रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की योजना ली जाए.
उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण में मनरेगा से 95 मानव दिवस चरणबद्ध तरीके से दिया जाए. ग्राम रोजगार सेवकों को संबोधित करने के समय उन्होंने कहा कि ग्राम रोजगार सेवक टोला-टोला में जाकर लोगों को जागरूक करें. मनरेगा की महत्ता को उनको समझाएं, ताकि लोगों का विश्वास मनरेगा के प्रति बढ़े. उनके टोला में उनके गांव में ही काम मिले जिससे अधिक से अधिक संख्या में मानव दिवस का सृजन किया जा सके.